श्रीनगर, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज श्रीनगर में कश्मीर संभाग के सभी जिलों की सुरक्षा स्थिति और विकास पहलुओं पर समीक्षा बैठक की।
उपराज्यपाल ने सुरक्षा ग्रिड के कामकाज की समीक्षा की और सभी संबंधित अधिकारियों को आतंकवादी खतरों के संबंध में पूर्व-निवारक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
उपराज्यपाल ने कहा कि हमें शांति और विकास की गति को सुरक्षित रखना चाहिए। साथ ही आतंकवादियों और आतंकवादियों को समर्थन, सुरक्षित पनाहगाह या कोई सहायता प्रदान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। हमारा उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक विकास सुनिश्चित करना और लोगों में सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देना है।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राष्ट्र विरोधी प्रचार करने वालों, सार्वजनिक सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को खतरा पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उपराज्यपाल ने आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को कुचलने के लिए शून्य-सहिष्णुता दृष्टिकोण और सुरक्षा एजेंसियों के बीच अधिक सतर्कता और समन्वय का आह्वान किया।
उपराज्यपाल ने कहा कि नार्काे-आतंकवाद के मुद्दे से तुरंत निपटा जाना चाहिए और पूरे नार्काे-आतंक नेटवर्क को खत्म करना सर्वाेच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
त्वरित विकास की आवश्यकता पर बल देते हुए उपराज्यपाल ने उपायुक्तों को किसानों के कल्याण, ग्रामीण और शहरी विकास, स्वरोजगार और केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं के तहत प्रमुख पहलों की संतृप्ति के लिए योजनाओं के कामकाज की निगरानी करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को दूरदराज के क्षेत्रों में बेहतर सड़क और दूरसंचार संपर्क पर ध्यान केंद्रित करने का भी निर्देश दिया। उपराज्यपाल ने चुनाव और श्री अमरनाथ जी यात्रा के शांतिपूर्ण संचालन के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस और प्रशासनिक तंत्र की सराहना की।
मुख्य सचिव अटल डुल्लू, डीजीपी नलिन प्रभात, प्रमुख सचिव गृह चंद्राकर भारती, एडीजीपी (कानून और व्यवस्था) विजय कुमार, एडीजीपी सीआईडी नीतीश कुमार, उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव मनदीप भंडारी, डिवीजनल कमिश्नर कश्मीर विजय बिधूड़ी, आईजी कश्मीर विधि कुमार बिरदी, कश्मीर संभाग के सभी जिलों के डीआईजी, डीसी और एसएसपी बैठक में शामिल हुए।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता