जींद, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सोमवार को जींद की जाट धर्मशाला में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता भाकियू प्रदेश अध्यक्ष रतन मान, रणवीर मलिक, कैप्टन रणधीर चहल, संदीप सिवाच ने संयुक्त तौर पर की। बैठक में किसानों से संबंधित कई फैसले लिए गए। इसमें पराली प्रबंधन, डीएपी की किल्लत, फसल उठान और खरीद से संबंधित किसानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से जवाब लेने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की पंचायत पांच नवंबर को कुरुक्षेत्र में होगी।
26 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रीय आह्वान पर हरियाणा के सभी जिलों में चेतावनी दिवस मनाते हुए बड़ी सभाएं आयोजित की जाएगी। हाइटेंशन लाइन और अंडरग्राउंड पाइप लाइन निकालने पर पुलिस कार्रवाई का विरोध किया जाएगा। मोर्चा ने बैठक में जींद में महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर यौन शोषण के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच करने और जांच पूरी होने तक वरिष्ठ अधिकारी को जींद से हटा अन्य जगह भेजने की मांग की है।
रतन मान ने कहा कि प्रदेश सरकार पराली प्रबंधन की व्यवस्था करने की बजाय प्रदूषण का सारा दोष किसानों के ऊपर डाल रही है। केंद्र सरकार द्वारा लगातार तीन बजट से उर्वरक की सब्सिडी में कटौती के चलते ही डीएपी की कमी बनी हुई है। इसी वजह से किसानों को लाइन लगा खाद खरीदनी पड़ रही है। फसल अवशेष जलाने के नाम पर किसानों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी किए जाने का भी विरोध किया गया। सरकार को चेतावनी दी गई कि अगर किसी किसान को गिरफ्तार किया, तो संबंधित थाने पर मोर्चा लगाया जाएगा। इस मौके पर मास्टर बलबीर सिंह, सुखविंदर सिंह, मास्टर कंवरजीत सिंह, जोगेंद्र नैन, विकास सीसर, बाबा गुरदीप, कुलबीर मलिक, सुखदेव जम्मू, कुलदीप ढांडा, रवि आजाद, आजाद पालवां उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा