नारनाैल, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नारनौल के गांव धरसू स्थित बाबा हमजा पीर मजार पर 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक उर्स का पर्व मनाया जाएगा। यह पर्व हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक होगा। यह जानकारी रविवार को बाबा हमजा पीर परिवार सेवा संस्थान अलवर के अध्यक्ष धर्मेंद्र सोमवंशी ने दी। पर्व के कार्यक्रम मनोहर लाल सैनी के संयोजन में आयोजित किए जाएंगे।
धर्मेंद्र सोमवंशी ने बताया कि कार्यक्रम के तहत 29 अक्टूबर मंगलवार को दोपहर 12.00 बजे काकड़ वाले बाबा से झंडा लेकर दर्शन दरबार तक एक शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस कार्यक्रम को झंडा पेशी कहते हैं। वही शाम को 6 बजे भंडारा तथा 7 बजे मेंहदी के रस्म अदा की जाएगी। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 30 अक्टूबर को सुबह 7 बजे फातिया मस्जिद चौक धरसू में लगाया जाएगा वहीं 9 बजे जेठू बाबा मंदिर से चादर पोशी शुरू होगी।
उन्होंने बताया कि बाबा हमजा पीर साहब के लिए जोधपुर से स्पेशल साफा बनवाया गया है। इस मौके पर आयोजित झांकी में बाबा शिव अघोरी की झांकी तथा 10 फुट नंदी का प्रदर्शन किया जाएगा जो हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रहेगा। दूसरी झांकी में भी 28 मुखी काली माता, शिवजी, शेषनाग के साथ हनुमानजी की झांकी होगी। एक अन्य झांकी में बाबा हमजा पीर साहब की चादर व माता की लुगड़ी रहेगी। उन्होंने बताया कि यह जेठू बाबा मंदिर से धरसू तक जाएगी। इस दौरान सुबह 10 बजे से रात को 10 बजे तक भंडारा तथा 3 बजे कुरान खानी होगी। महफिल ए पाक मौलाना साहब नरहड द्वारा होगा। शाम को बाबा हमजा पीर साहब का बेंगलुरु व कोलकाता के फूलों से श्रृंगार किया जाएगा।
इसी प्रकार 31 अक्टूबर को सुबह 9 बजे अलवर से असलम भारती कव्वाल, विनोद झा बबलू के साथ कार्यक्रम करेंगे। कुल के छींटे सुबह 10.30 बजे प्रारंभ होंगे। इस मौके पर अरुण कुमार उपाध्यक्ष, जितेंद्र कुमार महामंत्री, सुरेश कुमार मंत्री तथा उमाशंकर शर्मा मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला