जींद, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिले में डीएपी खाद के लिए हाहाकार मच गया है। किसान डीएपी खाद लेने के लिए लाइन में लग रहे हैं। शनिवार को उचाना में खाद के लिए किसानों के बीच धक्का-मुक्की हुई। व्यवस्था बनाने के दौरान पुलिस ने लाठियां भांजी। जिससे एक किसान घायल हाे गया। वहीं पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज से इनकार करते हुए दावा किया है कि भीड़ अधिक धाेने के कारण यह हादसा हुआ है। जींद व जुलाना में भी डीएपी के लिए लंबी लाइन लगी और पुलिस पहरे में खाद वितरित किया गया।
उचाना में डीएपी खाद लेने के लिए पुरानी मंडी स्थित हैफेड कार्यालय के बाहर किसानों की भीड़ उमड़ी। सुबह चार बजे से ही किसान पुरानी मंडी पहुंचने लगे थे। सुबह से लाइनों में लगे किसानों को आधार कार्ड पर पांच-पांच बैग डीएपी खाद के दिए गए। महिलाएं भी खाद लेने के लिए लाइन में लगी नजर आई। किसानों ने बताया कि किसानों की भीड़ में आपस में हुई धक्का-मुक्की के चलते पुलिस द्वारा लाइन बनवाने के दौरान पुलिस कर्मी की लाठी लगने से एक किसान की नाक पर चोट भी लगी। पुलिस द्वारा इस तरह की बातों को नकारते हुए कहा कि भीड़ अधिक होने से आपस में धक्का-मुक्की किसानों में होने से गिरने के चलते किसान की नाक के ऊपर चोट लग गई जिससे खून आने लगा। डीएपी खाद बंटने तक पुलिस बल मौजूद रहा।
शनिवार को 1400 बैग डीएपी के आए थे। काफी संख्या में किसान बिना खाद मिले वापस लौटे। किसान संदीप, दलशेर ने कहा कि धान की कटाई हो चुकी है और अब गेहूं की बिजाई के लिए डीएपी खाद की आवश्यकता है। पिछले रविवार भी वे लाइन में लगे थे लेकिन तब खाद के बैग खत्म हो गए थे इसलिए नहीं मिल पाया। शनिवार को फिर वह सुबह ही आकर लाइन में लगे। अगेती गेहूं की फसल की बिजाई के लिए अभी डीएपी की जरूरत है लेकिन बहुत ही लंबी लाइन लगी हुई है और पीछे से धक्का मुक्की हो रही है। बिजाई से पहलें खाद लेने वालों के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है। सरकार को चाहिए कि वह डीएपी के लिए इंतजाम करें। हैफेड सेल्समैन सतीश ने बताया कि 1400 बैग आए थे। 5-5 बैग हर किसान को दिए गए। चौकी इंचार्ज चंद्रपाल ने बताया कि जानकारी मिली कि किसानों की भीड़ अधिक होने से एक किसान के गिरने से उसकी नाक पर चोट लगी है। पुलिस कर्मी की लाठी किसी किसान को नहीं लगी। पुलिस द्वारा लाइन बनवाकर शांति पूर्वक तरीके से खाद बंटवाया गया।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा