गोरखपुर, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार काे अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जन समस्याओं के निस्तारण और पीड़ितों की मदद में विलंब या लापरवाही किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए। लापरवाही हुई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी। किसी पीड़ित की समस्या के निस्तारण में यदि कहीं भी कोई दिक्कत आ रही है तो उसका पता लगाकर समाधान कराया जाए। किसी स्तर पर जानबूझकर कर प्रकरण को लंबित रखा गया तो संबंधित की जवाबदेही तय की जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार काे गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनने के दौरान यह निर्देश दिए। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 300 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि किसी को भी चिंता करने या परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। हर समस्या का वह प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित कराएंगे। इसे लेकर उन्होंने प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को मौके पर ही हिदायत दी कि जनता की समस्याओं का समयबद्ध, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें।
कुछ प्रकरणों पर उन्होंने अफसरों को निर्देशित किया कि यह भी पता लगाएं कि यदि किसी को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला है तो ऐसा क्यों और किन कारणों से हुआ। हर पीड़ित की त्वरित मदद की जाए। उन्होंने जमीन कब्जाने की शिकायतों पर विधि सम्मत कठोर कदम उठाने का निर्देश दिया। आवास व अन्य जरूरतों की मांग को लेकर पहुंचे लोगों को मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि हर पात्र व्यक्ति को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने अफसरों से कहा कि जो जरूरतमंद किन्हीं भी कारणों से आवास से वंचित रह गए हैं उन्हें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना का आवास दिलाया जाए।
हर बार की तरह इस बार भी जनता दर्शन में कई लोग इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि जल्द से जल्द अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध करा दें। इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त मदद की जाएगी। जनता दर्शन में कई महिलाएं अपने छोटे बच्चों को साथ लेकर आई थीं। मुख्यमंत्री ने सभी को प्यार दुलारकर आशीर्वाद और चॉकलेट दिया।
शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन करने और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर मत्था टेकने के बाद मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंदिर की गोशाला में पहुंचे। यहां उन्होंने गोसेवा करते हुए गोवंश को अपने हाथों से गुड़ खिलाया। कुछ गोवंश को उन्होंने उनके नाम से आवाज दी तो वे दौड़ते हुए मुख्यमंत्री के पास चले आए।
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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय