West Bengal

जूनियर डॉक्टरों का नया संगठन, ‘थ्रेट कल्चर’ के ‘झूठ’ को उजागर करने का आह्वान

कोलकाता, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन को एक नया मोड़ देते हुए जूनियर डॉक्टरों के एक अलग गुट ने ‘वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन’ नाम से नया संगठन बना लिया है। शुक्रवार रात बनाए गए इस संगठन की आधिकारिक घोषणा शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई। इसके जरिए जूनियर डॉक्टरों के एक वर्ग ने ‘थ्रेट कल्चर’ के आरोपों के खिलाफ अपनी बात रखने का इरादा जाहिर किया है। आंदोलनकारी डॉक्टरों का कहना है कि अब जनता के लिए यह निर्णय लेना आसान होगा कि वे किसके पक्ष में हैं – ‘थ्रेट कल्चर’ के खिलाफ लड़ने वाले डॉक्टरों के या ‘थ्रेट कल्चर’ का आरोप झेल रहे डॉक्टरों के।

नए संगठन के दो संयोजक डॉक्टर श्रीश चक्रवर्ती और प्रणय माइती हैं। इस संगठन की ओर से जारी प्रारंभिक बयान में कहा गया है कि आंदोलन के नाम पर जूनियर डॉक्टरों का एक वर्ग स्वास्थ्य सेवा में ‘अराजकता’ फैलाना चाहता है, जबकि जो डॉक्टर सामान्य चिकित्सा सेवा बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, उन पर ‘थ्रेट कल्चर’ का झूठा आरोप लगाया जा रहा है। नए संगठन का उद्देश्य सही तथ्यों को जनता के सामने रखना है।

उल्लेखनीय है कि आरजी कर अस्पताल ने ‘थ्रेट कल्चर’ के आरोप में 51 लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की थी, जिस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी। बाद में, कलकत्ता हाई कोर्ट ने आरजी कर के इस फैसले पर रोक लगा दी थी।

इस आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक, डॉक्टर अनिकेत महातो ने कहा था कि जिनके खिलाफ ‘थ्रेट कल्चर’ के आरोप हैं, वे ‘दागी अपराधी’ हैं। इस बयान के बाद कुछ आरोपितों ने अनिकेत को कानूनी नोटिस भेजा है और तीन दिनों में माफी मांगने को कहा है, अन्यथा उन पर मानहानि का मुकदमा किया जाएगा। हालांकि, अनिकेत का कहना है कि उन्होंने अभी तक कोई नोटिस नहीं प्राप्त किया है और यदि ऐसा हुआ, तो वह भी कानूनी कार्रवाई करेंगे।

उल्लेखनीय है कि जब आंदोलनकारी डॉक्टर स्वास्थ्य भवन के सामने धरना दे रहे थे, उस दौरान तृणमूल नेता कुणाल घोष के साथ दूसरी तरफ के डॉक्टरों की बैठकें चल रही थीं। ऐसा कहा जा रहा है कि तभी से नए संगठन की योजना शुरू की गई, जिसकी घोषणा अब हो रही है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

Most Popular

To Top