HimachalPradesh

हिमाचल प्रदेश में पैलिएटिव देखभाल को मजबूत करेगी सरकार: स्वास्थ्य मंत्री

शिमला, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने बताया कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश में पैलिएटिव देखभाल प्रणाली को मजबूत करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है। पैलिएटिव देखभाल का मुख्य उद्देश्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों को दर्द, परेशानी और तनाव से राहत प्रदान करना है।

इस संदर्भ में, एक प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में 23 से 26 अक्टूबर तक केरल में पैलियम इंडिया के पैलिएटिव देखभाल मॉडल का अध्ययन कर रहा है। मंत्री ने कहा कि इस अध्ययन का लक्ष्य हिमाचल प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली के माध्यम से पैलिएटिव देखभाल की क्षमता और कार्यान्वयन की संभावनाओं का पता लगाना है।

प्रतिनिधिमंडल ने त्रिवेन्द्रम में एक पैलिएटिव देखभाल अस्पताल का दौरा किया और पैलियम इंडिया द्वारा घरों में दी जाने वाली पैलिएटिव देखभाल सेवाओं की प्रक्रिया और प्रभावशीलता का अध्ययन किया। डॉ. शांडिल ने बताया कि वे केरल के पूर्व मुख्य सचिव एस. एम. विजयानंद के साथ पैलिएटिव देखभाल के संबंध में नीतिगत चर्चा करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पहला पैलिएटिव देखभाल केंद्र 2015 में डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, टांडा में स्थापित किया गया था। वर्तमान में, राज्य में चार जिला अस्पताल और तीन चिकित्सा महाविद्यालयों में पैलिएटिव देखभाल सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि पैलियम इंडिया और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) हिमाचल प्रदेश ने फरवरी 2024 में पैलिएटिव देखभाल केंद्रों को मजबूत करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, पैलियम इंडिया चिकित्सा अधिकारियों, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, स्वास्थ्य एवं आशा कार्यकर्ताओं और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को पैलिएटिव देखभाल के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेगा।

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(Udaipur Kiran) शुक्ला

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