जम्मू, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के शैक्षिक अध्ययन विभाग ने विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान (वीबीयूएसएस) और भारतीय भाषा समिति के साथ मिलकर “शिक्षा में आदर्श पाठ्यक्रम विकसित करने के लिए भारतीय दर्शन, भारतीय भाषाओं और शैक्षिक प्रौद्योगिकी का एकीकरण” शीर्षक से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप है जिसका उद्देश्य शिक्षा के प्रति समग्र और बहुविषयक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
वीबीयूएसएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. कैलाश चंद्र शर्मा इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने शिक्षक शिक्षा में समावेशी शिक्षा, भारतीय ज्ञान और भारतीय भाषा के महत्व पर जोर दिया और खुलेपन और नवाचार का आग्रह किया। उन्होंने आयोजन टीम जिसमे प्रो. जे.एन. बलिया, प्रो. मधुसूदन जे.वी. और प्रो. सुरेन्द्र कुमार शर्मा शामिल थे को इस पहल की अगुआई करने के लिए धन्यवाद दिया। उद्घाटन सत्र में शैक्षिक उन्नति, नवाचार और नेतृत्व पर चर्चा की गई।
वीबीयूएसएस के आयोजन सचिव केएन रघुनंदन ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए युवाओं की भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और शिक्षकों को एनईपी 2020 के उद्देश्यों का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित किया। सीयूजे के कुलपति प्रो. संजीव जैन ने सीखने के माहौल को बदलने के लिए शैक्षिक प्रौद्योगिकियों की क्षमता को रेखांकित किया और साथ ही युवा पीढ़ी के लिए प्राचीन भारतीय दर्शन को आधुनिक शिक्षा के साथ एकीकृत करने की आवश्यकता पर बल दिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा