श्रीनगर, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर 20 अक्टूबर को हुए आतंकी हमले में छह गैर-स्थानीय श्रमिकों और एक कश्मीरी डॉक्टर मौत में शामिल दो आतंकवादियों की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हैं। दोनों एम4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल और एक एके 47 राइफल पकड़े हुए नजर आ रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि फुटेज से पता चलता है कि हमलावर क्षेत्र की भौगौलिक स्थिति से अवगत थे। यह हमला शाम करीब 7.25 बजे कैंप में हुआ, जब कुछ कर्मचारी डाइनिंग एरिया में बैठे थे और अन्य डिनर के लिए जा रहे थे। यह कैंप सुरंग तक पहुंचने वाली सड़क के ठीक नीचे है, जो एक तरफ बंजर पहाड़ों से घिरा है और दूसरी तरफ श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग है। रविवार को हुए हमले के सीसीटीवी फुटेज में दो आतंकवादी दिखाई दे रहे हैं, जिनके पास अमेरिका में बनी एम4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल और एक एके 47 है और इन्होंने अपने स्थानों पर वापस जाने से पहले श्रमिकों के शिविर में लगभग सात मिनट बिताए हैं।
हमले के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। सूत्रों ने बताया कि जिस जगह पर उन्होंने सबसे पहले गोलीबारी की, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। सीसीटीवी ने उस क्षेत्र को कैद कर लिया, जहां वे आगे बढ़े। दोनों को सीसीटीवी कैमरे में गोलीबारी करते देखा जा सकता है। आतंकवादियों ने बाहर आने से पहले मेस पर हमला किया और अन्य श्रमिकों पर गोलीबारी की। शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि हमलावरों ने ड्राइवर को गोली मारने से पहले कैंप में खड़ी एक गाड़ी के अंदर ग्रेनेड फेंका था। घटनास्थल से 37-40 प्रयुक्त कारतूस बरामद किए गए थे।
सूत्रों के अनुसार आतंकी हमले में घायल होने के बाद भागने में कामयाब रहे एक सुरक्षा गार्ड ने अपने बयान में कहा कि शुरू में श्रमिकों को लगा कि कुछ लोग पटाखे फोड़ रहे हैं लेकिन दो-तीन मिनट के भीतर उन्हें एहसास हो गया कि यह एक आतंकी हमला है।
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(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह