भोपाल, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राज्य सरकार द्वारा रीवा में प्रदेश की पांचवीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की गई। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा कि प्रदेश में निवेश को आमंत्रित करने, जीडीपी में वृद्धि और स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए संभागीय स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य प्रदेश का समेकित विकास और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम को बढ़ावा देना है।
रीवा संभाग की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि सिंगरौली जिला देश की ऊर्जा राजधानी कही जाती है। देश में होने वाले सीमेंट उत्पादन का 10% उत्पादन जिला सतना में होता हैं। प्रदेश में उद्योगों के लिए भूमि, बिजली और पानी की पर्याप्त उपलब्धता है। बिजली के सरप्लस उत्पादन के साथ इंडस्ट्री के लिए पानी भी रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा इज ऑफ डूइंग बिजनेस के अंतर्गत उद्योगों के लिए आवश्यक अनुमतियों को कम समय में उपलब्ध कराने से प्रदेश में निवेश और उद्योगों की स्थापना की राह आसान हुई है। प्रदेश में गुड गर्वनेंस की दिशा में लोक सेवा गारंटी अधिनियम लागू किया गया है, जिसे 20 राज्यों ने अपनाया है।
अपर मुख्य सचिव ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मनु श्रीवास्तव ने प्रेजेंटेशन में प्रदेश में ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के अवसरों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा वर्तमान में निवेश का नया श्रेत्र बनकर उभरा है। पिछले 12 वर्षों में यह 14 गुना बढ़ा हैं। प्रदेश में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा का उत्पादन 500 मेगावाट से बढ़कर 7500 मेगावाट हो गया है।
अपर मुख्य सचिव श्रीवास्तव ने प्रदेश में स्थापित सफल सोलर प्रोजेक्ट्स की जानकारी देते हुए निवेश की नीतियों की विशेषता बताई। साथ ही नीमच, मुरैना, धार, अशोकनगर आदि जिलों में सोलर और विंड के आगामी प्रोजेक्ट और निवेश के अवसर बताते हुए निवेशकों और उद्योगपतियों को निवेश के लिए आमंत्रित किया।
अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने मध्य प्रदेश में आईटी/आईटीईएस एवं ईएसडीएम के क्षेत्रों में अवसरों पर प्रेजेन्टेशन दिया। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला ने अतुल्य भारत के सबसे स्वच्छ, हरे और सुरक्षित हृदय प्रदेश मध्य प्रदेश में निवेशकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्यटन स्थल, देश और विदेश में लोकप्रियता के नए पायदान चढ़ते जा रहें है। वर्ष 2023 में प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर रिकॉर्ड 11.21 करोड़ पर्यटक पहुंचे है। उन्होंने कहा कि देश में सबसे अधिक यूनेस्को विश्व धरोहर मध्य प्रदेश में है। यहाँ 12 राष्ट्रीय उद्यान, 7 टाइगर रिजर्व और 24 वन्य-जीव अभ्यारण्य के साथ मध्यप्रदेश टाइगर, लेपर्ड और चीता स्टेट भी है। पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के लिए पर्यटन निवेश नीति 2019, पीपीपी मोड पर पर्यटन प्रोजेक्ट, हेरिटेज प्रॉपर्टी, वाटर टूरिज्म लाइसेंसिंग पॉलिसी और फिल्म पर्यटन नीति की विशेषताओं जैसे इन्वेस्टर्स फैसिलिटेशन सेल, सिंगल विंडो, पारदर्शी ई-टेंडरिंग प्रक्रिया, 30% तक की कैपिटल सब्सिडी, 90 साल की लीज और 1% लीज रेंट, इंसेंटिव्स जानकारी देते हुए निवेशकों को 14 प्रकार की पर्यटन परियोजनाओं में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
प्रमुख सचिव खनिज संजय कुमार शुक्ला ने प्रदेश में उपलब्ध खनिज संपदा और संचालित उद्योगों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मध्य प्रदेश में खनिज आधारित उद्योगों की संभावनाओं पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने कहा कि उद्योगों को सभी विभागों से जुड़ी अनुमतियां आसानी से प्राप्त होती हैं। उन्होंने कहा कि जो उद्योगपति माइनिंग में कम नहीं कर रहे वे यहां प्लांट लगाए, मेगनीज, कॉपर में शुरू कर सकते है, ग्रेफाइट , रॉक फॉस्फेट ये सब प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि पत्थर अब बहुत ही महत्वपूर्व कंपोनेंट,यहां उद्यम लगाए जा सकते है।श्री शुक्ला ने कहा ग्रेनाइट यहां से चाइना तक जा रहा है, क्षेत्र इससे सम्पन्न है। उन्होंने कहा कि मिनरल क्षेत्र में देश में मध्यप्रदेश नंबर वन है।उन्होंने कहा ट्रांसपोर्टेशन की यहां अपार संभावनाएं हैं,उद्यमी आगे आए।
प्रमुख सचिव, उद्योग राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। प्रदेश पॉवर सरप्लस स्टेट है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 4 बड़े इंडस्ट्रियल कॉरिडोर है, जिसका रीवा क्षेत्र को लाभ मिलेगा। प्रमुख सचिव, उद्योग राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में बेहतर रोड नेटवर्क है। साथ ही 5 एयरपोर्ट है, अब रीवा में भी एयरपोर्ट शुरू हो गया है साथ ही एयरस्ट्रिप भी जिलों में है। इन्वेस्टर के लिए बेहतर सहूलियतें मुहैया कराई जा रही हैं। मध्य प्रदेश की इंडस्ट्रियल पॉलिसी शानदार है। उन्होंने कहा कि कुछ सेक्टर में इंडस्ट्रियल पॉलिसी देश में सर्वोत्कृष्ट हैं। मध्य प्रदेश में जीरो प्रतिशत मेन डेज लॉस है, यहा महिलाओं के लिए सैफ वर्किंग माहौल है। प्रदेश में 4 इंडस्ट्रियल कॉनक्लेव हो चुकी हैं, रीवा में 5 वा कॉनक्लेव आज हो रहा है।
प्रमुख सचिव उद्योग राघवेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश एक बड़ा अनाज उत्पादक प्रदेश है पंजाब और हरियाणा के बराबरी पर है, मध्यप्रदेश को 7 कृषि कर्मण पुरुस्कार मिल चुके। प्रदेश प्राकृतिक संसंसाधनों से भरपूर है और स्वच्छता के लिए विख्यात हैं।
(Udaipur Kiran) तोमर