मंदसौर, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दीपावली व अन्य तीज त्योहारों पर मिट्टी के दिये का अलग ही महत्व है विगत 50 वर्षो से जिले के मल्हारगढ़ में कुंदा बा प्रजापत का परिवार मिट्टी के दिये बनाकर भारत की संस्कृति को कायम रख रहा है।
बुधवार को मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने अपने साथियों के साथ दिये बनाने वाले प्रजापत के निवास पर पहुंचकर उनका पुष्पमाला से स्वागत कर उनसे संवाद किया इस अवसर पर भगवान प्रजापत ने बताया कि हमारा परिवार विगत 50 वर्षों से मिट्टी के दिये बनाने का काम कर रहा है इस सीजन में हमने 35 हजार दिये बनाये है,थोक में एक दीपक की कीमत मात्र 65 पैसे है। दीये के लिए महंगी मिट्टी लाकर उसे अच्छे से छानकर गुथना पड़ती है फिर दीये बनते है उसमें भी बिजली खर्च होती है,इन्हें भट्टी में भी पकाना पड़ता है। प्रजापत ने बताया कि इतनी महंगाई और कड़ी मेहनत के बाद भी दीये ओने पोने दामो में ही बेचना पड़ते है इसकी कीमत कमसे कम 2 रुपये तो होनी ही चाहिए।
कांग्रेस नेतागणों ने शासन,प्रशासन से मांग की है कि मिट्टी के दिये बनाने वालों को प्रोत्साहित कर इनकी हर सम्भव मदद की जाना चाहिए।जो दीये बनाते है उनके दियो की कीमत उन्हें अच्छी मिले साथ ही दिये बनाने के काम आने वाली मिट्टी एवं बिजली 2 माह तक फ्री कि जाय।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया