जयपुर, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) राजकॉम्प के जीएम (तकनीकी) छत्रपाल सिंह के फर्जीवार्डो के साथ काली कमाई से खरीदी गई सम्पत्ति का पता लगाने में जुटी है। एसीबी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नित नए चौकाने वाले खुलासे हो रहे है। 27 साल की नौकरी में छत्रपाल ने 1.49 करोड़ रुपए सैलरी ली, लेकिन एसीबी को करोड़ों की काली कमाई के सबूत मिले हैं। छत्रपाल ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर एक 25 लाख की लग्जरी बाइक भी खरीदी है। लग्जरी बाइक की जांच के दौरान छत्रपाल के फर्जी आधार कार्ड की जानकारी सामने आई है। आरोपी ने यह बाइक हिमाचल प्रदेश से खरीदी थी। इस मामले में एसीबी हिमाचल में मामला दर्ज करवाने की तैयारी में है।
छत्रपाल ने दूसरी पत्नी और साले के नाम से खरीदी करोड़ों की सम्पत्ति
छत्रपाल खुद तो करोड़पति बना साथ ही अपनी दूसरी पत्नी के नाम भी करोड़ों की प्रॉपर्टी खरीदी। पिछले साल छत्रपाल की दूसरी पत्नी के खातों में एक ही महीने में दूसरे राज्य से 40 लाख भेजे गए थे। ये खाता इन ट्रांजैक्शन के बाद बंद कर दिया गया। आपसी ट्रांजैक्शन के चलते जांच की आंच साले (दूसरी पत्नी का भाई) तक भी पहुंच गई है।
छत्रपाल की दूसरी पत्नी अंजू शर्मा भी करोड़पति हैं। छत्रपाल से अंजू शर्मा की शादी 24 अप्रैल 2022 को जयपुर में धूमधाम से हुई थी। शादी से ठीक पहले फरवरी, 2022 को छत्रपाल ने दूसरी पत्नी के नाम से अजमेर रोड पर दो सुपर लग्जरी अपार्टमेंट खरीदे थे। एयर अपार्टमेंट में 12वें और 13वें फ्लोर पर स्थिति दोनों फ्लैट की खरीद करीब 1.40 करोड़ में दिखाई गई है। इन फ्लैटों में लाखों का इंटीरियर भी हुआ है। खास बात यह है कि इसी दौरान इसी अपार्टमेंट की 14 मंजिल पर तीसरा फ्लैट छत्रपाल ने अपने नाम से खरीदा, जिसकी खरीद 87.74 लाख रुपए में दिखाई गई है। ऑनलाइन चेक करने पर एक फ्लैट की कीमत करीब 1.2 करोड़ के आस-पास है। ऐसे में तीनों फ्लैट की अनुमानित कीमत करीब 3.5 करोड़ से भी ज्यादा बनती है। छत्रपाल की दूसरी पत्नी अंजू शर्मा का भाई गाजियाबाद (यूपी) निवासी उमेश शर्मा भी एसीबी की रडार पर है। उमेश शर्मा की फर्म ‘ला-टेक सॉल्यूशन’ सेक्टर-1, वैशाली, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश में चल रही है। इस फर्म का पता छत्रपाल के खुद के नाम पर खरीदे गए फ्लैट का है- एयर अपार्टमेंट, फ्लैट नं. 1401, श्याम नगर, जयपुर है। उमेश की इस फर्म में 50 फीसदी हिस्सेदारी है।
पत्नी एनजीओ में ईमानदारी से जीने और चिंता-तनाव से दूर रहने का सिखाती पाठ
अंजू शर्मा के नाम ‘हैपी हार्ट फाउंडेशन’ भी है। फाउंडेशन का ऑफिस भी जयपुर के पॉश एरिया माने जाने वाला युधिष्ठिर मार्ग, सी स्कीम, अशोक नगर में स्थित है। इसके इंटीरियर में भी लाखों खर्चा हुआ। फाउंडेशन और खुद के खातों में भी लाखों रुपए हैं। इस फाउंडेशन में वह ईमानदारी से जीना, चिंता-तनाव से दूर रहना, ध्यान के जरिए अवसाद से मुक्ति, आपसी संबंध में मधुरता, पिछले जीवन के मुद्दों को हावी नहीं होने देना आदि टिप्स देने के साथ करियर काउंसलिंग भी की जाती है। अंजू शर्मा के खुद के लेन-देन और फर्म के लेन-देन भी संदिग्ध मानकर एसीबी जांच में जुटी हुई है। एसीबी ने अंजू देवी की शिक्षण डिग्रियों को भी संदिग्ध माना है।
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(Udaipur Kiran)