– फेन सेन्चूरी, मण्डला में स्थित इकाई का स्वीकृति पत्र जारी, एमपी टूरिज्म न्यूजलेटर ऑफबीट मध्य प्रदेश’ का हुआ विमोचन
भोपाल, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में बुधवार को रीवा में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड (एमपीटीबी) और एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते का उद्देश्य सतना और रीवा क्षेत्र में पर्यटन प्रबंधन और आतिथ्य क्षेत्र में कौशल विकास और रोजगार क्षमता को बढ़ावा देना है। दोनों संस्थाएं मिलकर पर्यटन एवं आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र में प्रशिक्षण, पाठ्यक्रम विकास, इंटर्नशिप के माध्यम से रोजगार एवं स्व-रोजगार के अवसरों को प्रोत्साहित करेंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस मौके पर मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के न्यूजलेटर ‘ऑफबीट मध्य प्रदेश’ का विमोचन किया। इस न्यूजलेटर का उद्देश्य राज्य के पर्यटन स्थलों की व्यापक जानकारी प्रदान करना और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना है। प्रत्येक तीन माह में प्रकाशित होने वाले इस न्यूज लेटर में मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, प्राकृतिक, और धार्मिक स्थलों के बारे में जानकारी दी जाएगी। मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल, नीतियों, आयोजन और सम-सामयिक गतिविधियों के प्रचार प्रसार के लिए प्रकाशन किया जा रहा है। पर्यटन क्षेत्र के देश और विदेश के हितधारक, मीडिया और जनसामान्य को मध्य प्रदेश पर्यटन की उपलब्धियों और नवाचार की जानकारी मिल सकेगी। इस न्यूज लेटर को मध्यप्रदेश पर्यटन की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने फेन सेन्चूरी, मण्डला में स्थित इकाई के संचालन के लिए स्वीकृति पत्र (लेटर ऑफ अवॉर्ड) अंश इन्फ्रास्ट्रक्चर और डेवलपर्स रायपुर को सौंपा। मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा 30 वर्ष के लिए पीपीपी मोड में संचालित करने के लिए सौंपा है। इससे क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों का विकास होगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार में वृद्धि होगी।
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव और टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। ऑफ बीट मध्य प्रदेश न्यूजलेटर के माध्यम से देश-विदेश के पर्यटकों को राज्य के पर्यटन स्थलों की जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकेगी। न्यूजलेटर राज्य के पर्यटन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर फोकस करेगा, जिसमें टाइगर रिज़र्व, नेशनल पार्क, विरासत स्थल, धार्मिक स्थल और पारंपरिक गाँव सहित पर्यटन नीतियां और नवाचार की जानकारी शामिल होगी। इसके साथ ही एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के साथ हुआ एमओयू क्षेत्रीय विकास, उद्यमिता को बढ़ावा देने और समुदायों के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सतना और रीवा के पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में रोजगार की नई संभावनाएं पैदा करेगी।
(Udaipur Kiran) तोमर