पकड़े गए आरोपी ने किसी अन्य को दे रखा था अपना अकाउंट नंबर
हिसार, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । साइबर थाना पुलिस ने मनी लॉन्ड्रिंग में आधार कार्ड के प्रयोग का भय दिखा 15 लाख की ठगी मामले में किदवई नगर कानपुर निवासी ज्ञानेंद्र उर्फ विकास को गिरफ्तार किया है। उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से आगामी पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड पर भेज दिया गया।
उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह ने बुधवार को बताया कि इस संबंध में साइबर थाना में एनसीसीआरपी पोर्टल से 14 अक्टूबर को 15 लाख रुपए की ठगी होने के बारे में शिकायत प्राप्त हुई। इसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि वह पेशे से डॉक्टर है। उसके बच्चे विदेश में रहते है। गत चार अक्टूबर को उसके पास फोन आया और कॉलर ने कहा कि वह इंडिया पोस्ट सर्विस मुंबई से बोल रहा है। उनका एक पार्सल डिलीवर नहीं हुआ है। उसी दौरान कॉलर ने कहा कि आपके आधार कार्ड का दुरुपयोग कर एक पार्सल दुबई भेजा गया है जिसमें पुलिस की वर्दी, पहचान पत्र, 150 ग्राम केटामिन और तीन डेबिट कार्ड है। साथ ही कॉलर ने पुलिस में शिकायत की बात कही और शिकायतकर्ता से उसके फोटो और आधार कार्ड मंगवाए। शिकायतकर्ता से कहा कि वह मनी लॉन्ड्रिंग में सस्पेक्टेड है। साथ ही शिकायतकर्ता के पास सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया का लेटर व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा जिसमें शिकायतकर्ता का नाम और आधार नंबर प्रिंट था। अगले दिन 5 अक्टूबर को शिकायतकर्ता के पास फिर से वीडियो कॉल आया जिसमें एक वर्दी धारी बैठा दिखाई दिया। वर्दी धारी ने कहा कि आपके वारंट हमारे पास रखे है आपको गिरफ्तार करेंगे। उन्होंने शिकायतकर्ता की फाइनेंशियल डिटेल मांगी जिसे भेजने उपरांत कॉलर ने एक बैंक अकाउंट में 15 लाख रुपए भेजने को कहा। शिकायतकर्ता ने कॉलर द्वारा दिए गए अकाउंट में 15 लाख रुपए भिजवाए। उक्त मामले के बारे में शिकायतकर्ता ने परिवारजनों बताया तो उसे ठगी का अहसास हुआ। इस तरह आरोपियों ने शिकायतकर्ता डॉक्टर से षडयंत्र के तहत उसका आधार कार्ड मनी लॉन्ड्रिंग में प्रयोग होने का भय दिखा 15 लाख की ठगी की।
जांच अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर केस दर्ज करके छानबीन करते हुए एक आरोपी ज्ञानेंद्र उर्फ विकास को गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता से ठगे गए 15 लाख रुपए आरोपी ज्ञानेंद्र उर्फ विकास के बैंक अकाउंट में जमा हुए। आरोपी ने अपना बैंक अकाउंट कमीशन पर किसी अन्य को बेच रखा है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। अदालत ने उसे दो दिन के रिमांड पर भेजा है। रिमांड के दौरान पुलिस उससे अन्य आरोपियों बारे पता लगाएगी।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर