कैथल, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मार्केटिंग बोर्ड की टीम ने कैथल, चीका, ढांड व पूंडरी में छह राइस मिलों में छापा मारकर बिना किसी रिकाॅर्ड के 1431 क्विंटल बारीक किस्म का धान पकड़ा है। राइस मिलों में यह धान बिना गेट पास के मार्केट फीस की चोरी करके लाया गया था। मार्केटिंग बोर्ड ने सभी मिलर्स पर पेनाॅल्टी के रूप में एक लाख 86 हजार 200 रुपये वसूला।
अंबाला के जेडएमईओ राजीव चौधरी ने बताया कि उसने कैथल व चीका के राइस मिलों व मंडियों का रिकॉर्ड चेक किया। इसके बाद राइस मिलों की भी चेकिंग की। कैथल के दो व चीका के एक राइस मिल में बिना मार्केट फीस भरी हुई बारीक किस्म की धान मिली है। संबंधित राइस मिलर्स से मौके पर जुर्माने सहित मार्केट फीस भरवाई गई। मार्केटिंग बोर्ड की टीमों ने राइस मिलों में जाकर उनके स्टॉक की गिनती की। इसके बाद ई-नेम पोर्टल के गेट पास के साथ उनका मिलान किया, जिसमें काफी अंतर मिला। छापे के दाैरान सिद्धी विनायक फूड कैथल में बिना गेट पास के 364 क्विंटल धान मिला। इस पर मिल पर 45,500 जुर्माना लगाया गया। कैथल की नदी राइस मिल में 450 धान मिलने पर 57 हजार रुपये, संदीप राइस मिल चीका में 345 क्विंटल धान मिलने पर 43,500 रुपये, श्री श्याम राइस मिल ढांड में 80 क्विंटल धान पर 13 हजार रुपये, अग्रवाल राइस मिल ढांड में 90 क्विंटल धान पर 14 हजार जुर्माना और अन्नपूर्णा राइस मिल पूंडरी में 102 क्विंटल धान मिलने पर 13,200 रुपये का जुर्माना लगाया है।
दरअसल, कैथल हो या फिर पूंडरी व ढांड अनाज मंडियों की बजाय प्राइवेट जगहों से लेकर खेतों में भी धान डालकर बेचने की शिकायत मिली थी। पीआर धान की एवज में कई आढ़ती बारीक धान भी डलवा रहे हैं। ऐसी जगहों पर सबसे ज्यादा मार्केट फीस चोरी का खतरा है, क्योंकि आढ़ती व्यापारियों को धान बेच देंगे। मार्केट कमेटी की मॉनिटरिंग भी नहीं होगी और आसानी से फीस की चोरी हो जाएगी। इससे सरकार के राजस्व को चपत लगेगी। मार्केट फीस चोरी कराने में कहीं न कहीं मार्केट कमेटी स्टाफ की भी मिलीभगत हो सकती है। क्योंकि बिना सेटिंग के धान से भरे वाहन गेट पास व फीस भरे बिना बाहर नहीं निकल सकते।
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(Udaipur Kiran) / नरेश कुमार भारद्वाज