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सिविल लाइंस आरओबी के काम पर लगा ग्रहण

सिविल लाइंस

-पहली कम्पनी ने काम छोड़ा, दूसरी के भी कांपने लगे हाथ, काम में देरी से बढ़ गई आरओबी के काम की लागत

जयपुर, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सिविल लाइंस आरओबी के काम पर ग्रहण लगा हुआ है। आरओबी का काम पिछले कुछ माह से बंद पड़ा था अब काम तो शुरू हो गया, लेकिन वह रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। वर्तमान में भी 60 से ज्यादा काम बचा हुआ है। धीमी गति से काम करने पर कम्पनी पर भी जयपुर विकास प्राधिकरण 47 लाख रुपये का जुर्माना लगा चुका है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सिविल लाइंस आरओबी का काम शिवम कंडेव कम्पनी द्वारा किया जा रहा है। इस काम पर चालीस करोड़ रुपये खर्च होंगे। सिविल लाइंस आरओबी के काम को मई 23 में जेडीए ने शिवम कंडेव कम्पनी के माध्यम से दुबारा से शुरू करवाया था, लेकिन इस आरओबी के काम से ग्रहण है कि हटने का नाम ही नहीं ले रहा है। वीवीआईपी जगह होने के बाद भी जेडीए प्रशासन न तो इस काम को पूरा करवा पा रहा है और ना ही उस अधिकारी और कम्पनी पर कार्रवाई कर पा रहा जो इस काम को देख रहे है। जेडीए अधिकारी की माने तो अभी तक चालीस प्रतिशत काम हो चुका है। पिछले कुछ महिने से इसका काम बंद था हालांकि इसकी वजह तेज बारिश को बताया जा रहा है। लेकिन बारिश थमने के बाद भी काम रफ्तार पकड़ता नजर नहीं आ रहा है। शिवम कंडेव को यह काम अगस्त 2024 में पूरा करना था, लेकिन अब इस काम को मार्च 2025 में पूरा करने का टारगेट रखा गया है।

34 मीटर रेलवे का हिस्सा के साथ स्लेब लगाना बाकी

प्राप्त जानकारी के अनुसार सिविल लाइंस आरओबी में वर्तमान में 34 मीटर रेलवे लाइन और स्लेब लगाने काम बाकी है। रेलवे लाइन के ऊपर का काम अभी तक शुरू भी नहीं हो पाया है। जेडीए अधिकारियों के अनुसार आरओबी के पिल्लर तो खड़े कर दिए गए , लेकिन अभी स्लेब लगाने के साथ उस पर सड़क भी बनाई जानी है। स्लेब लगाने के बाद उसकी लोड टेस्टिंग सहित अन्य काम होने है।

पहली कम्पनी ने छोड़ दिया था आरओबी का काम, दूसरी कम्पनी जुटी है काम में

सिविल लाइंस आरओबी के काम की शुरूआत मैसर्स एमडी कंस्ट्रशन प्राइवेट लिमिटेड को 36 करोड़ में दिया गया था। कम्पनी ने करीब 5 से 7 करोड का काम कर दिया था इसके बाद कम्पनी ने इस काम से हाथ खींच लिए। 10 अप्रेल 2021 में सिविल लाइंस आरओबी का काम शुरू हुआ था जो कि 9 अक्टूबर 2022 में एमडी कंस्ट्रशन को पूरा करना था। यह आरओबी करीब 700 मीटर लम्बा है।

डायरेक्टर(इंजीनियरिंग) जेडीए अजय गर्ग ने बताया कि कम्पनी के काम करने की गति धीमी है। इसके लिए उस पर जुर्माना भी लगाया गया है। उम्मीद है कम्पनी तय नए समय में अपना काम पूरा कर पाएगी। इसके तैयार होने से आमजन को काफी राहत मिलेगी। पूर्व में एक कम्पनी इसका काम छोड़कर भाग चुकी है।

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(Udaipur Kiran) / राजेश

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