पूर्वी चंपारण,22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।जिले के रक्सौल स्थित माहेर ममता के प्रयास से पांच वर्ष पूर्व अपने परिवार से बिछड़ी एक महिला इंद्रा देवी अपने परिवार वालों को मिल गई। परिवार से मिल कर मंगलवार को इंद्रा काफी खुश दिखी।
परिजनों ने बताया कि इंद्रा मानसिक रूप से विक्षिप्त थी। जो पांच वर्ष पूर्व उड़ीसा से भटक गई थी। रक्सौल में 24 मई को भटकते महिला को माहेर ममता संस्था के लोगो ने देखा तो उसे माहेर ममता निवास में शरण देकर उसका इलाज कराया। इस संबंध में संस्था के मैनेजर विरेन्द्र यादव ने बताया कि यह महिला सड़क पर भटक रही थी। भटकते देख इसे संस्था में लाकर इसकी देख भाल कर इसका इलाज शुरू किया गया। कराने महिला अपना पता भी बताने में असमर्थ थी। लेकिन जब ठीक होने लगी तो उसने अपना पता उड़ीसा बताया। जिसके बाद उड़ीसा पुलिस से संपर्क कर उसके परिजनों को बताया गया कि इंद्रा रक्सौल में है।
इस संबंध में महिला के पति सत्यनारायण ने बताया कि मेरी पत्नी मानसिक रूप से विक्षिप्त थी। जो आज से पांच वर्ष पूर्व रात्रि में घर से निकल गई थी। हम लोगों ने काफी खोजा नही मिलने पर हम लोगों में थाना में गुमशुदगी की शिकायत की थी। आज माहेर ममता निवास व पुलिस की मदद में मेरी पत्नी पांच वर्षों के बाद मिल गई है। वही वीरेंद्र यादव ने बताया कि जब महिला स्वस्थ हो गई उसके बाद घर जाने के लिए व अपने बच्चों से मिलने के लिए काफी उत्सुक हो रही थी। जब इंद्रा के परिवारवाले रक्सौल पहुचे तो इंद्रा व उसके परिवारवालों का खुशी का ठिकाना नही था।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार