Uttar Pradesh

ड्राई नीडलिंग के प्रयोग से दूर किया जा सकता है तनाव : डाॅ. सचिन कुमार

सीएसजेएमयू में आयोजित कार्यशाला में छात्रों के साथ डा. सचिन कुमार

कानपुर, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दर्द निवारक दवा के सेवन से शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ता है, लेकिन फिजियोथेरेपी में ड्राई ​नीडलिंग ऐसी आधुनिक तकनीक है जिससे मांसपेशियों का दर्द दूर करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही तनाव को भी दूर किया जा सकता है। यह बातें सोमवार को सीएसजेएमयू में स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट डाॅ. सचिन कुमार ने कही।

छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के स्कूल आफ हेल्थ साइंसेस में दो साप्ताहिक फिजियोथेरेपी कार्यशाला चल रही है। सोमवार को आर्वी हेल्थ केयर गुरूग्राम के स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट डाॅ. सचिन कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि ‘बेसिक लेवल ट्रिगर पॉइंट ड्राई नीडलिंग’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि ट्रिगर पॉइंट ड्राई नीडलिंग एक आधुनिक फिजियोथेरेपी तकनीक है, जो मांसपेशियों में दर्द और तनाव को दूर करने में मदद करती है। यह तकनीक फिजियोथेरेपिस्टों द्वारा उपयोग की जाती है, ताकि मरीजों को दर्द से मुक्ति मिल सके। यह तकनीकी सिद्धान्तों एवं तकनीकों पर केंद्रित है जो फिजियोथेरेपी में नवीनतम अनुसंधान और विकास को दर्शाता है।

स्कूल आफ हेल्थ साइंसेस के निदेशक डाॅ. दिग्विजय शर्मा ने कहा कि ड्राई नीडलिंग का प्रयोग विभिन्न प्रकार की मांशपेशियों में दर्द से होने वाले रोगों के उपचार में मदद करता है। उन्होंने ड्राई नीडलिंग एवं एक्यूपंक्चर के बारे में विद्यार्थियों को जागरुक भी किया। आगे कहा कि ड्राई नीडलिंग एक प्रभावी तकनीक है यह कार्यशाला फिजियोथेरेपिस्टों को ड्राई नीडलिंग के प्रक्रिया अनुप्रयोग तथा सावधानियां को समझने में मदद करता है तथा अपने व्यावसायिक कौशलों में सुधार करने और अपने कैरियर में आगे बढ़ने में मदद करता है।

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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह

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