कोलकाता, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कोलकाता और सिलिगुड़ी में जारी जूनियर डॉक्टरों का अनशन आज 17वें दिन में प्रवेश कर गया है। धरने पर बैठे डॉक्टरों की तबीयत लगातार बिगड़ रही है, लेकिन उन्होंने अभी तक अनशन समाप्त करने का कोई संकेत नहीं दिया है।
सोमवार को, दोपहर 4:20 बजे धर्मतला से जूनियर डॉक्टरों का एक समूह नवान्न के लिए रवाना हुआ। करीब 4:30 बजे वे नवान्न पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक होनी है। इस बैठक का उद्देश्य डॉक्टरों की 10-सूत्रीय मांगों पर चर्चा करना है। यह तय होगा कि अनशन जारी रहेगा या समाप्त किया जाएगा, इसका निर्णय बैठक के नतीजे पर निर्भर करेगा। नवान्न में होने वाली इस अहम बैठक पर सभी की नजरें टिकी हैं। अनशन पर बैठे डॉक्टरों की हालत गंभीर होती जा रही है, उन्हें चक्कर आ रहे हैं और शरीर कमजोर हो रहा है। उनके मूत्र में किटोन बॉडी की मात्रा भी बढ़ रही है।
धर्मतला में अर्णब मुखर्जी, स्नेघा हाजरा और सायंतनी घोष हाजरा पहले दिन से अनशन पर बैठे हैं। सोमवार को उनके ‘आमरण अनशन’ का 17वां दिन था। उनके शरीर की हालत बिगड़ रही है और उन्हें लगातार दर्द और कमजोरी का सामना करना पड़ रहा है। फिर भी, उन्होंने अनशन समाप्त करने से इनकार कर दिया है।
सायंतनी ने कहा कि शरीर भले ही कमजोर हो, लेकिन हम मानसिक रूप से मजबूत हैं। उनकी इस हिम्मत से अन्य साथी डॉक्टर भी प्रेरित हो रहे हैं, जिनमें परिचय पंडा, अलोलिका घोड़ुई, रुमेलिका कुमार, स्पंदन चौधरी और संदीप मंडल शामिल हैं। इन सभी आठ डॉक्टरों ने 10-सूत्रीय मांगों को लेकर अनशन किया है।
अनशनकारियों का सिर्फ पानी पीकर समय गुजर रहा है। खाने की कमी से उनकी कमजोरी बढ़ रही है। वे कभी-कभी उठकर बैठने की कोशिश करते हैं, लेकिन अधिकांश समय कमजोरी के कारण लेटे रहते हैं। उनकी दिन में दो बार स्वास्थ्य जांच की जा रही है, जिसमें रक्तचाप, नाड़ी की गति और केपिलरी ब्लड ग्लूकोज (सीबीजी) मापा जा रहा है। रविवार को भी उनकी स्वास्थ्य जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट चिंताजनक है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर