—राज्य मंत्री रविन्द्र जायसवाल,डॉ दयाशंकर मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन, जिलाधिकारी सहित अन्य अफसरों ने वीर शहीदों को किया याद
वाराणसी, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पुलिस स्मृति दिवस पर सोमवार को कर्तव्य की बेदी पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर वीर शहीदों को याद कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया।
पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक पर पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी मोहित अग्रवाल ने अमर वीर शहीदों को याद कर उनके शहादत को नमन कर पुष्पचक्र अर्पित किया।
शहीद स्मारक पर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)रविन्द्र जायसवाल, आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया, आयुक्त वाराणसी मण्डल कौशलराज शर्मा, संयुक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय एवं अपराध कमिश्नरेट वाराणसी डॉ0 के एजिलरसन, पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी परिक्षेत्र मोहित गुप्ता, अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था कमिश्नरेट वाराणसी एस० चन्नप्पा, पुलिस उप महानिरीक्षक आईबी दिव्य मिश्र ने पुष्प चक्र अर्पित किया। इस दौरान कमिश्नरेट वाराणसी के सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी, प्रतिसार निरीक्षक, यातायात निरीक्षक, शाखा प्रभारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा कि 21 अक्टूबर 1959 को भारत की उत्तरी सीमा पर लद्दाख की चोटियों में सजग प्रहरियों के रूप में ड्यूटी करते हुए हमारे केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 जवानों ने चीनी सैनिकों के अचानक हुए हमले में मातृ-भूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहूति दे दी। इन्ही वीर जवानों की याद में प्रत्येक वर्ष 21 अक्टूबर को सम्पूर्ण भारत के पुलिस जन वीरगति को प्राप्त हुए अपने साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
उल्लेखनीय है कि एक सितम्बर 2023 से 31 अक्टूबर 2024 तक की अवधि में सम्पूर्ण भारत वर्ष में 216 पुलिस कर्मियों ने कर्तव्य की बेदी पर अपने जीवन की आहुति दी। यूपी पुलिस के हमारे 02 साथी आरक्षी सचिन राठी जनपद कन्नौज,आरक्षी रोहित कुमार जनपद प्रतापगढ़ ने नागरिक सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। प्रदेश के पुलिस जन इनके महान कर्तव्य पालन व अप्रतिम बलिदान की सराहना में नतमस्तक हैं। स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विशेष सशस्त्र जवानों ने शोक सलामी दी तथा 2 मिनट का मौन रखा गया ।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी