उज्जैन, 20 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । महाकालेश्वर मंदिर में महाराष्ट्र के सीएम के बेटे-बहु व दो अन्य के गर्भगृह में जाकर दर्शन करने के मामले में बवाल मचाने के बाद मंदिर प्रशासन सजग हो गया है। प्रशासक अब स्वयं भेष बदलकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।
प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि शनिवार देर करीब 12 बजे रात्रि में वे भेष बदलकर,मुंह पर मास्क लगाकर मंदिर परिसर में निकले और करीब 6 घंटे ,सोमवार सुबह तक व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। श्रद्धालुओं से बातचीत करते रहे। उनकी समस्या,किसी ने दर्शन के रुपये तो नहीं लिए,जानकारी मांगी।उनके साथ मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल बजी हुलिया बदलकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे।
पहुंगले में गमछा और मुंह पर मास्क लगाकर उन्होंने करीब 6 घंटे तक निरीक्षण किया। इस दौरान आम श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन हो रहे हैं या नहीं, उनसे किसी तरह के रुपयों की डिमांड तो नहीं की जा रही आदि व्यवस्थाओं को देखा। वह आम श्रद्धालुओं की लाइन में लगे और पूरी प्रक्रिया को देखा। उन्होंने श्रद्धालुओं से चर्चा भी की और पूछा उनसे किसी ने रुपए तो नहीं लिए। निरीक्षण का क्रम सुबह 6 बजे तक चलता रहा।प्रतिदिन तड़के होने वाली भगवान महाकाल की भस्मारती विश्व प्रसिद्ध है। देशभर से आने वाले श्रद्धालु इसमें शामिल होने की आस लेकर मंदिर आते हैं। अमूमन वीकेंड पर सबसे अधिक भीड़ होती है लेकिन रविवार को भस्मारती में रोज की अपेक्षा श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि करीब 300 श्रद्धालु कम रहे।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल