-सुविधाएं बढ़ाने में 7 स्टेशनों का शुरू किया गया वृहद पुनर्विकास कार्य
-कुल स्वीकृत लागत लगभग 2950 करोड़ रुपये
प्रयागराज, 20 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री द्वारा अगस्त 2023 में शुरू की गई और फरवरी 2024 में आगे बढ़ाई गई ‘अमृत भारत स्टेशन’ योजना के तहत उत्तर मध्य रेलवे के 53 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। इन स्टेशनों में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं बनाने, निर्बाध यात्रा के लिए अन्य परिवहन प्रणालियों के साथ मल्टीमॉडल एकीकरण और दुकानों, मॉल, कार्यालय स्थानों और फूड कोर्ट आदि आर्थिक गतिविधियों के अवसरों के लिए प्रमुख स्थान का उपयोग होगा।
वर्तमान में, उत्तर मध्य रेलवे के सात महत्वपूर्ण स्टेशनों पर बड़े पैमाने पर पुनर्विकास का कार्य निष्पादन की योजना है। प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल, झांसी, ग्वालियर, खजुराहो, आगरा और मथुरा। इन 7 स्टेशनों में से 5 स्टेशनों पर काम तेज गति से चल रहा है। आगरा कैंट और मथुरा के विकास की लेआउट की भी योजना बनाई जा रही है। प्रयागराज जंक्शन (959.78 करोड़ रुपये), कानपुर सेंट्रल (766.91 करोड़), झांसी (470.18 करोड़), ग्वालियर (534.70 करोड़), खजुराहो (217.97 करोड़) में काम किए जा रहे हैं। कुल स्वीकृत लागत लगभग 2950 करोड़ रुपये है। इस पुनर्विकास कार्य के तहत स्टेशन भवनों के बड़े पुनर्निर्माण, विस्तार और रीमॉडलिंग की परिकल्पना की गई है। कॉनकोर्स को आधुनिक और भविष्यवादी रूप देने के लिए डिजाइन किया जा रहा है। स्टेशनों के आसपास के परिसर का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा, ताकि इसे एयरपोर्ट जैसा अहसास दिया जा सके। पार्किंग की सुविधा भी बढ़ाई जाएगी।
वर्तमान में कई स्टेशनों पर बाहरी विकास कार्य चल रहे हैं, जिसमें बाउंड्री वॉल, सर्विस रोड, पार्किंग और सर्कुलेशन एरिया का निर्माण शामिल है। इस विकास प्रक्रिया में मास्टर प्लान तैयार करना और चरणों में उनका क्रियान्वयन करना शामिल है। ताकि स्टेशनों पर सुविधाओं में सुधार हो सके। इस योजना में भवन का सुधार, स्टेशन को शहर के दोनों ओर से जोड़ना, मल्टीमॉडल एकीकरण, दिव्यांगों के लिए सुविधाएं, टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल समाधान, आवश्यकतानुसार बैलस्टलेस ट्रैक आदि का प्रावधान, चरणबद्ध और व्यवहार्यता और दीर्घावधि में स्टेशन पर सिटी सेंटर का निर्माण शामिल है।
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी के अनुसार भारत में यात्रा का मुख्य साधन रेलवे को हर क्षेत्र में आधुनिक रूप दिया जा रहा है। स्टेशनों के आधुनिकीकरण से लेकर वंदे भारत और अमृत भारत जैसी आधुनिक सुविधा युक्त ट्रेनों की शुरुआत, गति के लिए मार्गों का विद्युतीकरण, पर्यावरण और सामान्य स्वच्छता के प्रति विशेष प्रयास जारी हैं।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र