कुपवाड़ा, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । न्यायिक बुनियादी ढांचे को गति देने के लिए जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और जम्मू और कश्मीर कानूनी सेवा प्राधिकरण के संरक्षक ताशी रबस्तान ने आज कुपवाड़ा का दौरा किया और जिला न्यायालय परिसर कुपवाड़ा में चल रहे निर्माण कार्यों का आकलन करते हुए न्यायिक बुनियादी ढांचे का निरीक्षण किया।
कुपवाड़ा पहुंचने पर न्यायमूर्ति ताशी रबस्तान जिनके साथ मुख्य न्यायाधीश के प्रमुख सचिव एमके शर्मा भी थे को शाजिया तबस्सुम, प्रमुख जिला और सत्र न्यायाधीश कुपवाड़ा, खेम राज शर्मा अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक कोर्ट), उप न्यायाधीश मुनीर हुसैन, मुंसिफ कुपवाड़ा, इरम इरतजा, एसएसपी कुपवाड़ा जीलानी वानी, सीपीओ कुपवाड़ा परवेज अहमद द्वारा औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर और गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
जिला न्यायपालिका के साथ बातचीत करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने मजबूत न्यायिक बुनियादी ढांचे को विकसित करने और प्रभावी और त्वरित न्याय के लिए एक सुरक्षित और अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने की सर्वाेपरि आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने एक समावेशी और उत्तरदायी न्यायिक प्रणाली को बढ़ावा देने के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की जो समाज की उभरती जरूरतों को पूरा करती है। कुपवाड़ा की प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शाजिया ने न्यायिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए उनके असाधारण नेतृत्व और अटूट प्रतिबद्धता के लिए मुख्य न्यायाधीश के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।
इस दौरान मुख्य न्यायाधीश ने ई-फाइलिंग काउंटर का निरीक्षण किया और मामलों की स्थिति का प्रत्यक्ष मूल्यांकन किया। मुख्य न्यायाधीश ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुपवाड़ा के न्यायालय कक्ष का निरीक्षण किया और उप जेल कुपवाड़ा के विचाराधीन कैदियों के साथ आभासी तौर पर बातचीत की और विचाराधीन कैदियों को प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में प्रतिक्रिया मांगी। उन्होंने उप-न्यायाधीश न्यायालय और ई-कोर्ट कुपवाड़ा का भी निरीक्षण किया जहां उन्होंने बुनियादी ढांचे का जायजा लिया।
मुख्य न्यायाधीश ने हलीमा बेगम, जना बेगम और रिफत बेगम के बीच एमएसीटी (मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण) दावे के तहत पीड़ित मुआवजे के चेक वितरित किए। बाद में उन्होंने नए कोर्ट कॉम्प्लेक्स कुपवाड़ा की 3 मंजिला इमारत के निर्माण का निरीक्षण किया जिसका निर्माण जेके हाउसिंग बोर्ड द्वारा 12.50 करोड़ रुपये की परियोजना लागत से किया जा रहा है। उन्होंने निष्पादन एजेंसी को काम की गति तेज करने का निर्देश दिया ताकि परियोजना जल्द से जल्द पूरी हो सके।
इससे पहले मुख्य न्यायाधीश ने जिला न्यायालय परिसर कुपवाड़ा में एक वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया और पर्यावरण स्थिरता, वनीकरण और जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करने के लिए पर्यावरण संरक्षण प्रयासों के हिस्से के रूप में चिनार और देवदार के पौधे लगाए।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता