ऊना, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जल विद्युत के क्षेत्र में प्रमुख स्थान रखने वाला हिमाचल प्रदेश अब सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयां छूने को अग्रसर है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में ऊना जिला सौर ऊर्जा उत्पादन का एक नया केंद्र बनकर उभर रहा है। जिले में विभिन्न सौर ऊर्जा परियोजनाओं के कार्यान्वयन से न केवल स्थानीय विकास को गति मिलेगी बल्कि राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पर्यावरण अनुकूल तरीके से पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
इस वर्ष जून में 220 करोड़ रुपये की 32 मेगावाट क्षमता वाली पेखूबेला सौर ऊर्जा परियोजना के शुभारंभ के साथ ऊना ने सौर ऊर्जा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। इसके अलावा अघलौर और भंजाल में अन्य निर्माणाधीन परियोजनाएं भी इस दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। ये परियोजनाएं न केवल ऊना को सौर ऊर्जा उत्पादन के मानचित्र पर स्थापित करेंगी, बल्कि राज्य सरकार के हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लक्ष्यों को भी साकार करेंगी।
पेखूबेला सौर ऊर्जा परियोजना: एक क्रांतिकारी कदम
पेखूबेला सौर ऊर्जा परियोजना, जो 49 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित की गई है, 32 मेगावाट की क्षमता के साथ सालाना 6.61 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन करेगी। इससे सरकार को प्रति यूनिट 2.90 रुपये की दर से सालाना 19.17 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। यह परियोजना सालाना 2,532 टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने में भी सहायक होगी और इसके निर्माण में 19,200 मानव कार्य दिवस का सृजन हुआ है, जिससे स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिला है।
अघलौर और भंजाल: नई सौर ऊर्जा परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने हाल ही में अघलौर में 68 करोड़ रुपये की 10 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास किया, जो 19 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली होगी और हर साल 22.73 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन करेगी। इससे राज्य को प्रति वर्ष 8 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। इसके साथ ही, गगरेट विधानसभा क्षेत्र में 31 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही 5 मेगावाट की भंजाल परियोजना भी जल्द शुरू होगी, जो 9 हेक्टेयर में फैली होगी और हर साल 10.54 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन करेगी।
हरित ऊर्जा राज्य की दिशा में हिमाचल का सफर
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का लक्ष्य 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाना है। इसके तहत 500 मेगावाट सौर ऊर्जा स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। ऊना की सौर ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से प्रदेश के लिए एक हरित और स्वच्छ ऊर्जा भविष्य की नींव रखी जा रही है।
समृद्धि और आत्मनिर्भरता की ओर ऊना
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा परियोजनाएं ऊना जिले की समृद्धि और आत्मनिर्भरता को सुनिश्चित करेंगी। ये विकास परियोजनाएं स्थानीय लोगों को रोजगार और आर्थिक समृद्धि के नए अवसर प्रदान करेंगी, जिससे ऊना जिला सौर ऊर्जा उत्पादन का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है
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(Udaipur Kiran) शुक्ला