जम्मू, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । एआईयूडीएफ नेता बदरुद्दीन अजमल द्वारा संसद और अन्य सरकारी संपत्तियों को वक्फ संपत्तियों पर बनाए जाने के हालिया आरोपों के जवाब में भाजपा के राज्यसभा सांसद और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सदस्य गुलाम अली खटाना ने मुस्लिम समुदाय को गुमराह करने और उनके सशक्तिकरण से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए अजमल की आलोचना की।
शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर में समिति आश्वासनों के अध्ययन दौरे पर आए खटाना ने कहा कि वक्फ अधिनियम में संशोधन के पीछे मोदी सरकार का इरादा यह सुनिश्चित करना है कि संसाधनों का लाभ भारतीय मुसलमानों के हाशिए पर पड़े और पिछड़े वर्गों को मिले। खटाना ने अजमल की तुष्टीकरण की राजनीति में शामिल होने के लिए आलोचना की। उन्होंने दावा किया कि अजमल का राजनीतिक आधार कांग्रेस में चला गया है जिसके कारण उन्हें लोकसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा।
खटाना ने कहा वक्फ संशोधन अधिनियम यह सुनिश्चित करेगा कि गरीब मुसलमानों को लाभ मिले न कि केवल कुछ चुनिंदा लोगों को इसका फायदा पहुंचे। उन्होंने आगे बताया कि कर्नाटक वक्फ भूमि घोटाले में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की कथित संलिप्तता के खुलासे के बाद जेपीसी के कुछ सांसदों सहित विपक्षी सांसदों ने पहले समिति की कार्यवाही का बहिष्कार किया था।
खटाना ने कहा मैं जेपीसी के सभी सदस्यों से अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरा करने और हाशिए पर पड़े वंचित और पिछड़े मुस्लिम समुदायों के हितों का समर्थन करने की अपील करता हूं। मोदी सरकार उनके उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और वक्फ संशोधन अधिनियम यह सुनिश्चित करेगा कि इन समूहों की बेहतरी के लिए वक्फ संसाधनों का उचित उपयोग किया जाए।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा