नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के अंदर सड़क हादसे में घायल व्यक्ति का अब फिर मुफ्त इलाज हो सकेगा और इलाज का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी। इस योजना के तहत सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को किसी भी अस्पताल में भर्ती कराया जा सकेगा और भर्ती कराने वाले से कोई सवाल नहीं पूछा जाएगा। साथ ही, घायल व्यक्ति के इलाज में आया पूरा खर्चा सरकार उठाएगी। इस योजना की वजह से अब तक हम लोग 26 हजार से ज्यादा लोगों की जान बचा चुके हैं।
शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री आतिशी के साथ पत्रकार वार्ता कर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगया कि भाजपा वालों ने फरिश्ते योजना भी बंद करा दी थी, हमने इसे दोबारा चालू करा दिया है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई सड़क दुर्घटना होती है तो हमने अक्सर देखा है कि वह व्यक्ति सड़क पर ही दम तोड़ देता है। उसे कोई अस्पताल नहीं लेकर जाना चाहता, जिसके पीछे दो कारण हैं। पहला, लोगों को लगता है कि उनके ऊपर पुलिस केस हो जाएगा। दूसरा कारण है कि अगर कोई घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाता है तो डॉक्टर पहले उससे पैसे जमा करने के लिए कहता है।
केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली सरकार की फरिश्ते योजना के इन दोनों समस्याओं का समाधान किया गया है। योजना के तहत आप घायल व्यक्ति को पास के किसी भी अस्पताल में भर्ती करवा दो, चाहें वो बड़े से बड़ा फाइव स्टार अस्पताल ही क्यों न हो। आपसे कोई प्रश्न नहीं पूछा जाएगा और उसके इलाज का सारा खर्चा दिल्ली सरकार देती है। इस योजना के तहत हम अभी तक करीब 26 हजार लोगों की जान बचा चुके हैं। अब हमारी सरकार ने फरिश्ते योजना को दोबारा शुरू करवा दिया है।
वहीं उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना से टकराव के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम इसी तरह संघर्ष करके, इन लोगों से लड़-लड़कर और इनके पैर पकड़कर इन स्कीमों को आगे बढ़ाते रहेंगे। इसके लिए हमें जो करना पड़ेगा, हम करेंगे। सच्चाई के रास्ते पर चलना आसान काम नहीं है। अगर हम भी पहले की सरकारों की तरह चलते तो यह सब नहीं कर पाते। कुछ लोग कहते हैं कि उनकी तो लड़ाई नहीं होती थी, लेकिन उन्होंने कुछ काम भी तो नहीं किया था। अगर हम भी उन्हीं की तरह कुछ काम न करें और बैठे रहें तो संघर्ष ही नहीं होगा।
मनीष सिसोदिया ने स्कूल ठीक किए, इसीलिए वो जेल गए। सत्येंद्र जैन ने मोहल्ला क्लीनिक बनाए, इसीलिए वो जेल गए। मैंने बिजली फ्री की और कई काम किए, इसीलिए मुझे जेल में डाला गया। इसलिए इतना संघर्ष है। अगर हम ये सारे काम न करें, हम भी पैसे कमाएं, उनको भी देते रहें, मिल-बांटकर पैसे खाएं तो ये संघर्ष नहीं होता। यह व्यवस्था तो पहले चल ही रही थी। हम इसी व्यवस्था को खत्म करने आए हैं। हमारी किसी पार्टी या व्यक्ति से दुश्मनी नहीं है, हमें मिलकर यह पूरी व्यवस्था बदलनी है।
अब प्राइवेट अस्पतालों में टेस्ट और सर्जरी का खर्चा भी उठाएगी सरकार – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि अगर आप दिल्ली के सरकारी अस्पताल में कोई टेस्ट या सर्जरी करवाने के लिए जाते हो और किसी वजह से वहां आपका टेस्ट नहीं हो पा रहा है तो वह सरकारी अस्पताल आपको प्राइवेट में सर्जरी व टेस्ट कराने के लिए रिकमेंड करता है। आप किसी भी प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज, सर्जरी या टेस्ट करवा लीजिए। दिल्ली सरकार उसका सारा खर्च उठाएगी। प्राइवेट अस्पताल वाले आपसे पैसे नहीं मांगेंगे। इसे भी हमने दोबारा चालू करवा दिया है।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी