धर्मशाला, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला में इतिहास विभाग के द्वारा भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका पर पुनरावलोकन शीर्षक से दो दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस 25 से 26 अक्टूबर तक आयोजित की जाएगी।
क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक प्रोफेसर कुलदीप अत्री ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के रूसा हेड इक्विटी इनिशिएटिव द्वारा वित्त प्रायोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ शोध आधारित गतिविधियों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ-साथ अकादमिक शोध के प्रति रुचि बढ़े।
कॉन्फ्रेंस के संयोजक और इतिहास विभाग के समन्वयक डॉ. राजकुमार ने बताया कि इतिहास विभाग समय-समय पर सेमिनार, संगोष्ठियों और विशेष व्याख्यानों का आयोजन करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में महिलाओं की भूमिका पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया है, जिससे यह विषय और भी महत्वपूर्ण बनता है।
इस परिसंवाद में 101 विद्यार्थियों सहित 11 राज्यों के विश्वविद्यालयों के इतिहासकार और शोधार्थी भाग लेंगे। आयोजन सचिव राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि 25 अक्टूबर को विद्वान और शोधार्थी विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र, मोहली धर्मशाला के सभागार में शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे, जबकि 26 अक्टूबर को ऑनलाइन माध्यम से शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे।
कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ समारोह में केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश एवं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी बंसल मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर मंजू मल्होत्रा, सेवानिवृत्त प्रोफेसर (इतिहास विभाग) पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ उपस्थित रहेंगी।
समापन समारोह में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के प्रति कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र वर्मा मुख्य अतिथि होंगे, जबकि प्रोफेसर बीके शिवराम (अधिष्ठाता अध्ययन) और प्रोफेसर जोगिंदर धीमान (अधिष्ठाता अकादमिक एवं अध्यापन मामले) विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। मुख्य वक्ता के रूप में डॉक्टर बलविंदरजीत कौर भट्टी (सेवानिवृत्त निदेशक, पंजाब हिस्टोरिकल स्टडीज, पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला) उपस्थित रहेंगी।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया