राज्यपाल की प्रेरणा से विश्वविद्यालय को मिला सामाजिक सरोकार का अवसर- कुलपति
झांसी, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल की प्रेरणा से विश्वविद्यालय को सामाजिक सरोकार करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इसी क्रम में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय टीबी के 43 मरीजों को गोद लेकर उनके स्वास्थ्य एवं पोषण का स्वस्थ होने तक ध्यान रखेगा। उक्त विचार बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने कुलपति समिति कक्ष में टीबी मरीजों को पोषण किट वितरित करते हुए व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि हमें सामाजिक सरोकार के कार्य नि:स्वार्थ भाव से करने चाहिए। किट लाभकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रयास करेगा कि साल में कम से कम दो बार पोषण किट उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और कहा कि आप लोग डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी सलाह और परहेज का पालन करें।
डिप्टी डीटीओ अंशुमान तिवारी ने बताया कि बीसीजी का टीका समय से लगाने से काफी हद तक इससे बचाव किया जा सकता है। उन्होंने कुलपति एवं विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे हैं प्रयासों की सराहना की। कुलपति ने विश्वविद्यालय परिवार की तरफ से उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किया।कार्यक्रम का आयोजन बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग, महिला अध्ययन केंद्र, मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, टीबी हॉस्पिटल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। समाज कार्य विभाग की डॉ नेहा मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
टीबी लाभार्थियों को गोद लेने वाले में विश्वविद्यालय परिवार से कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय, कुलसचिव विनय कुमार सिंह, वित्त अधिकारी प्रमोद कुमार, परीक्षा नियंत्रक राज बहादुर, प्रो एसपी सिंह, प्रो. आरके सैनी, प्रो. एमएम सिंह, प्रो. डीके भट्ट, प्रो. मुन्ना तिवारी, प्रो. सौरभ श्रीवास्तव, उप कुलसचिव दिनेश प्रजापति, उप कुलसचिव सुनील सेन, उप कुलसचिव शेख अंजुम, डॉ. अचला पांडे, डॉ. कौशल त्रिपाठी, डॉ. नेहा मिश्रा, कुलपति के निजी सचिव अनिल बोहरे, निजी सहायक अतुल खरे एवं साबिर अली आदि उपस्थित रहे। आयोजकों में समाज कार्य विभाग की गुंजन चतुर्वेदी, महिला अध्ययन केंद्र से डॉ. शिल्पा मिश्रा, भूपेंद्र मिश्रा, मेडिकल कॉलेज से नितिन श्रीवास्तव, जिला टीबी अस्पताल से आशीष अग्रवाल, रूपेश नामदेव, रवि श्रीवास्तव, रवि गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया