हिसार, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जिले के नारनौंद क्षेत्र में डीएपी खाद की कमी के चलते किसान परेशान हो रहे हैं। खाद लेने के लिए सुबह से ही लंबी कतारों में खड़े हो जाते हैं। उसके बावजूद भी खाद नहीं मिल रहा। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस का सहारा लेना पड़ रहा है। महिला किसान भी लाइनों में खड़ी रहकर खाली हाथ लौटने पर मजबूर हो रही हैं। भीड़ को देखते हुए पुलिस बल को भी तैनात किया गया है।
डीएपी खाद की कमी के चलते किसान सुबह से ही अनाज मंडी में हैफेड कार्यालय में पहुंच जाते हैं। खाद न होने की सूरत में अधिकारी इंतजार करने के लिए बोलते हैं तो किसान लाइनों में खड़े हो जाते हैं। खाद लेने के लिए धूप में भी किसान किसान लाइनों से नहीं हटते, क्योंकि अगर लाइन से हटे तो उनका नंबर कट गया। कुछ बुजुर्ग तो गर्मी से तंग होकर खाली हाथ ही घर लौट जाते हैं। किसान दिलबाग, दीपक काजल, अमित, वीरेंद्र, अमन, विनोद सिसाय, कुलदीप, बजे सिंह इत्यादि ने शुक्रवार को बताया कि वह सुबह से ही खाद लेने के लिए लाइन में खड़े हुए हैं। पिछले एक महीने से शुक्रवार को ही दो गाड़ी खाद की पहुंची है। एक किसान को सिर्फ पांच बैग ही खाद के मिलेंगे और साथ में अतिरिक्त नैनो खाद जबरदस्ती से दिया जा रहा। अधिकारियों को शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा।
महिला किसान अमरपति, बिमला, कमलेश ने बताया कि सुबह से खाद लेने के लिए खड़े है। घर में बच्चे खाना न मिलने के कारण भूखे हैं। सुबह जल्दी घर से खाद लेने के लिए आना पड़ा, लेकिन अभी तक नहीं मिला। ऐसे में अगली फसल की बिजाई कैसे कर पाएंगे। सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है।
हैफेड के सोसाइटी मैनेजर कुलदीप ने बताया कि 15 हजार बैगों की डिमांड भेजी गई थी। पिछले महीने की 15 सितंबर को सिर्फ 500 बैग ही आए थे। आज एक हजार बैग आए हैं। धीरे-धीरे किसानों को दिए जा रहे हैं। जो किसान पांच बैग खाद के ले रहे हैं, उनको नैनो खाद दिया जा रहा हैं जो कि पीछे से भेजा गया है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर