अजमेर, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि लोग देसी गाेमाता, प्राकृतिक कृषि और पर्यावरण के संरक्षण का संकल्प लेंगे। महर्षि दयानन्द सरस्वती की 200वीं जयंती इसी मिशन के साथ मनाई जा रही है। आर्य समाज सदा से ही समाज व देश सेवा में अग्रिणी रहा है। महर्षि दयानन्द सरस्वती जो देश के बड़े समाज सुधारक और सांस्कृति मूल्यों के संस्थापक, संस्कृति के प्रचारक रहे हैं उनके विचार जनमानस तक पहुंचें इस उम्मीद के साथ ऋषि मेले का आयोजन जनआंदोलन बनेगा।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत अजमेर में महर्षि दयानन्द सरस्वती की 200वीं जयंती के शुभारंभ अवसर पर ऋषि उद्यान में मीडिया से बातचीत में यह विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती के विचार जन मानस में जाएं, लोग कुरीतियों से दूर हों। समाज स्वस्थ रहे। पर्यावरण का संरक्षण हो। जीवन बचे, गोपालन और प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा मिले। हम स्वस्थ रहें, निरोगी बने, धरती माता स्वच्छ रहे तीन दिवसीय ऋषि मेले में यही मिशन होगा। इस मौके पर देश भर से कई बड़े आर्य विद्वान और गणमान्य उपस्थित हुए है।
शुक्रवार को ऋषि उद्यान में सुबह 5 बजे से योग एवं प्राणायाम और 7 बजे से यजुर्वेद परायण यज्ञ हुआ। यज्ञ ब्रह्मा डॉ कमलेश शास्त्री अहमदाबाद रहे। नियमित यज्ञ कार्यक्रम के बाद सुबह 10 बजे ध्वजारोहण किया गया। दोपहर ढाई बजे वेदों की और लौटो सम्मेलन आयोजित किया गया।
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(Udaipur Kiran) / संतोष