जयपुर, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सप्त शक्ति इंजीनियर्स ने ‘तेज और बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में टेक्नोलॉजी अब्सॉर्प्शन के लिए परिवर्तनकारी रोडमैप’ तैयार करने के लिए 17 अक्टूबर को एक सेमिनार का आयोजन किया।
जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) जयपुर (राजस्थान) कर्नल अमिताभ शर्मा के अनुसार यह आयोजन वर्ष 2024 को ‘ईयर फॉर टेक्नोलॉजी अब्सॉर्प्शन’ के रूप में घोषित करने की भारतीय सेना की पहल के रूप में आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सप्त शक्ति कमांड के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने की और इस कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की योजना और निष्पादन में शामिल इंजीनियरों ने भाग लिया।
सेमिनार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, तीव्र निर्माण तकनीकों और टिकाऊ इंजीनियरिंग प्रथाओं में नवीनतम प्रगति पर चर्चा करने के लिए आईआईटी और उद्योग के प्रमुख विशेषज्ञ एक साथ आए। इस कार्यक्रम में निर्माण इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नवीनतम उत्पादों की एक श्रंखला का प्रदर्शन भी देखा गया।
प्रतिभागियों ने तेज, लागत प्रभावी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए पूर्व निर्मित निर्माण एवं इमारतों पर चर्चा के साथ-साथ परियोजना योजना और अनुबंध प्रबंधन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की परिवर्तनकारी भूमिका का पता लगाया। बेहतर गुणवत्ता और स्थायित्व के लिए नवीन और नवीनतम समाधानों की पहचान करते हुए, सेशन में इमारतों में रिसाव, रिसाव और फूलने को रोकने के लिए नवीनतम तकनीकों पर भी चर्चा की गई।
सेमिनार के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए आर्मी कमांडर ने अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाने की तत्काल जरूरतों पर प्रकाश डाला ताकि बेहतर गति और गुणवत्ता के साथ बुनियादी ढांचे के विकास में क्रांति लायी जा सके।
इस आयोजन में सैन्य इंजीनियरों, आईआईटी प्रोफेसरों, उद्योग जगत के विशेषज्ञों और अनुसंधान विद्वानों की मुख्य भागीदारी देखी गई, जिससे सहयोग और ज्ञान साझाकरण को बढ़ावा मिला। सप्त शक्ति इंजीनियर्स ने सैन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की गति, गुणवत्ता और स्थिरता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीक को अपनाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
—————
(Udaipur Kiran)