बंगाईगांव (असम), 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस दिन सही मुहूर्त में लखी (लक्ष्मी) पूजन करने से धन-धान्य और सुख की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही स्नान-दान का भी इस दिन बड़ा महत्व है। ज्ञात हो कि लखी पूजा का आयोजन असमिया पंचांग के तहत मनाया जाता है।
इस दिन शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है। पूरे राज्य के साथ ही आज जिले के जोगीघोपा के विभिन्न स्थानों में माता लक्ष्मी का पूजन का आयोजन किया जा रहा है।
जोगीघोपा के केरखाबारी में माता लक्ष्मी की पूजा का आयोजन किया गया है। इस बार यहां लक्ष्मी पूजा का 75वां वर्ष है। प्लैटिनम जयंती वर्ष के मौके पर आज सुबह से यहां पूजा, अर्चना, नाम कीर्तन शुरू किया गया है।
धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने के लिए पूजा स्थल पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है।
(Udaipur Kiran) / देबजानी पतिकर