कोलकाता, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित स्कूल भर्ती घोटाले में पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी से सीबीआई की टीम ने मंगलवार को दक्षिण कोलकाता स्थित प्रेसीडेंसी सेंट्रल सुधार गृह में पूछताछ की।
पार्थ चटर्जी को जुलाई 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था और तब से वह न्यायिक हिरासत में हैं। सीबीआई ने उन्हें एक अक्टूबर को विशेष अदालत में पेश कर गिरफ्तार दिखाया था, लेकिन तब एजेंसी ने उनकी हिरासत की मांग नहीं की थी। अब दुर्गा पूजा समाप्त होने के बाद सीबीआई ने फिर से इस मामले में सक्रियता दिखाई है, जिसके तहत मंगलवार दोपहर चटर्जी से दोबारा पूछताछ की गई।
इस घोटाले में पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी और अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैटों से एजेंसियों ने 50 करोड़ रुपये से अधिक नकद और सोने के बिस्किट, बार और गहने बरामद किए थे। अर्पिता को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया था, और वह भी चटर्जी की तरह अब तक न्यायिक हिरासत में हैं।
एक अक्टूबर को सीबीआई ने इस घोटाले में एक अन्य आरोपित और निजी प्रमोटर अयन शील को भी कोर्ट की अनुमति के बाद गिरफ्तार दिखाया था। अयन शील को मार्च 2023 में ईडी ने गिरफ्तार किया था। इस महीने की शुरुआत में पार्थ चटर्जी को जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन जल्द ही उनकी स्थिति में सुधार हो गया।
पार्थ चटर्जी के वकील ने उनकी जमानत के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। दुर्गा पूजा से पहले इस मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है, लेकिन न्यायमूर्ति अरिजीत बंद्योपाध्याय और न्यायमूर्ति अपूर्व सिन्हा रॉय की खंडपीठ ने अभी तक फैसला सुरक्षित रखा है।
इससे पहले, पिछले महीने, तृणमूल कांग्रेस के विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी थी। उन्हें भी ईडी ने अक्टूबर 2022 में स्कूल भर्ती घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। इस घोटाले से जुड़े मामलों पर केंद्रीय एजेंसियों की कड़ी निगरानी बनी हुई है और जांच में हो रही प्रगति पर अब सबकी नजरें टिकी हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर