जम्मू 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जम्मू विश्वविद्यालय के आजीवन शिक्षा विभाग (डीएलएल) ने गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज सिधरा के सहयोग से उद्यमिता, स्वरोजगार और संचार कौशल पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। यह पहल जम्मू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. उमेश राय के युवाओं के रोजगार कौशल को बढ़ाने और उन्हें नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी देने वाले बनाने के दृष्टिकोण के अनुरूप है। कार्यशाला का उद्घाटन जम्मू विश्वविद्यालय के आजीवन शिक्षा विभाग की निदेशक डॉ. प्रियंका शर्मा और गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, सिधरा के प्रिंसिपल प्रो. जीएस रकवाल ने संयुक्त रूप से किया। अपने स्वागत भाषण में प्रो. रकवाल ने छात्रों के लिए कौशल विकास के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह एक मजबूत नींव रखता है स्वतंत्र सोच को प्रोत्साहित करता है और उन्हें अपने भविष्य की योजना बनाने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने छात्रों के लाभ के लिए कार्यशाला आयोजित करने में डीएलएल के प्रयासों की सराहना की। डॉ. प्रियंका शर्मा ने अपने संबोधन में स्वरोजगार के महत्व और छात्रों को अधिक कुशल और आत्मविश्वासी बनाने में संचार कौशल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मजबूत संचार कौशल न केवल करियर की सफलता के लिए आवश्यक हैं बल्कि शिक्षा और सामाजिक संपर्क में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। डॉ. शर्मा ने वैश्विक रोजगार के बदलते रुझानों और युवाओं को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर भी चर्चा की।
डॉ. रीवा खजूरिया ने कार्यशाला का समन्वय किया और इसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला जबकि कॉलेज के करियर काउंसलिंग सेल की समन्वयक डॉ. अनु शर्मा ने कार्यवाही का प्रबंधन किया। प्रो. निशा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यशाला में लगभग 62 छात्रों ने भाग लिया।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी