कानपुर, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बनी मौसमी गतिविधियों से दक्षिण भारत सहित राजस्थान तक तेज बारिश की संभावना है, लेकिन उत्तर प्रदेश में अब बौछारें पड़ने तक ही वातावरण सीमित रहेगा। वह भी स्थानीय स्तर पर और आसमान में निचले स्तर के बादलों की आवाजाही बनी रह सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर प्रदेश में जब तक हवाओं की दिशाएं नहीं बदलती तब तक साफ आसमान होने से दिन के तापमान बढ़े रहेंगे। इसके बाद उत्तर पश्चिम हवाओं के चलने से गुलाबी सर्दी दस्तक दे देगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि उत्तर प्रदेश से मानसून की विदाई हो चुकी है और अब मौसम शुष्क रहेगा। शुष्क मौसम में रात के तापमान में गिरावट होगी, लेकिन दिन के तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं। ऐसे में लोगों को रात में हल्की सर्दी महसूस होने लगी है, पर गुलाबी सर्दी हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम होने से पड़ना शुरू हो जाएगी। यह हवाएं अक्टूबर माह के अंतिम दिनों में गंगा के मैदानी क्षेत्रों में आने लगेंगी। प्रदेश में 17 अक्टूबर तक किसी भी प्रकार की बारिश का कोई अलर्ट नहीं है और न ही गरज-चमक होने की संभावना जताई गई है। अगले कुछ दिनों तक मौसम सामान्य बने रहने की उम्मीद है। इस बीच स्थानीय स्तर पर बौछारें पड़ सकती हैं और निचले स्तर पर बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। हालांकि, नवंबर की शुरुआत में मौसम बदलने वाला है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और सर्दी बढ़ने के आसार हैं। जबकि आमतौर पर उत्तर प्रदेश में मानसून वापसी के बाद दशहरा तक हल्की सर्दी पड़ने लगती है, लेकिन इस बार मानसून भी देरी से वापस हुआ और मौसम में बदलाव की गति भी धीमी है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में नवंबर के पहले सप्ताह से सर्दी की शुरुआत होने की संभावना है। इसके बाद प्रदेश में तापमान गिरने लगेगा और सर्दी का एहसास बढ़ेगा। आने वाले समय में सर्दी का मौसम सुहावना हो जाएगा और लोग सर्दियों के कपड़े निकालने की तैयारी कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 34.2 और न्यूनतम तापमान 21.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 82 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 49 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रही जिनकी औसत गति 1.5 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आगामी पांच दिनों में हल्के बादल छाये रहने के आसार हैं लेकिन वर्षा की कोई संभावना नहीं है।
—————
(Udaipur Kiran) / अजय सिंह