सहरसा, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।
शहर के सुपर मार्केट स्थित प्रमंडलीय पुस्तकालय में मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का 93 वां जयन्ती समारोह भूमि सुधार उप समहर्ता ललित कुमार सिंह की अध्यक्षता में मनाई गई। जिसमें प्रबंधक प्रशासन प्रमंडलीय पुस्तकालय मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह, किलकारी के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी मधु कुमारी पुस्तकाध्यक्ष कुमारी विनीता एवं वाचनालय के सभी छात्र-छात्रा ने भाग लिया।
सर्वप्रथम डॉ एपीजे कलाम की तस्वीर पर पुष्प और माला प्रदान कर नमन किया गया। नमन करने वालों में अतिथियों के साथ पुस्तकालय में चल रहे निशुल्क बीपीएससी मार्गदर्शन क्लासेस की छात्राएं समाधि वर्मा,दिव्या ज्योति,राखी कुमारी,मनीषा कुमारी,शिवेंद्र कुमार, नंदन तथा पुस्तकालय कर्मी विकास कुमार, भोगी पंडित सहित लगभग सभी उपस्थित छात्रों ने पुष्प अर्पित कर नमन किया। फिर केक काट कर यादगार बनाया गया।
डीसीएलआर ललित कुमार सिंह ने कहा कि मुझे कलाम साहब के साथ तीन माह उनके हाउस गार्ड में इंस्पेक्टर के रूप में बिताने का मौका मिला।उनका जीवन एक ग्रंथ है।डॉक्टर कलाम का कहना था,सपने वो नहीं जो रात में देखें सपना वह जो रात में सोने नहीं दे।डा कलाम ने भारत को वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए रक्षा और अन्तरिक्ष के क्षेत्र में समृद्ध बनाया है।प्रबंधक मुक्तेश्वर ने कहा ,डा कलाम की जिंदगी को कई चरणों में देखें तो पाएंगे कि प्रारंभ में वे गांव में पढ़े। फिर गरीबी के कारण पढ़ने के लिए अखबार बेचा।लेकिन गरीबी ने उनका रास्ता नहीं रोका, बल्कि हवा में उड़ने की ललक ने एरोनोटिक्स इंजिनियर बना दिया।अपनी वैज्ञानिक क्षमता के बूते डीआरडीओ और ईसरो में रहते हुए पोखरण परमाणु परीक्षण २ और अग्नि पृथ्वी,आकाश, त्रिशूल और नाग नामक बैलेस्टिक मिसाइल बनाया जो हमारे राम और कृष्ण के आग्नेयास्त्र और लक्ष्यभेदी वाण की तरह है।
एसएएलवी ३ बनाकर रोहिणी उपग्रह आकाश में स्थापित कर दिया।इस अवसर पर सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी मधु कुमारी ने छात्र छात्राओं को डा कलाम की जीवन गाथा को अपने मार्ग दर्शक के रूप में अपनाने को कहा।सम्बोधन के बाद निबंध प्रतियोगिता में प्रथम आयी समाधि वर्मा को सर्टिफिकेट और कलाम साहब पर लिखी ललित कुमार सिंह की पुस्तक भेंट की गयी।महनार रोड, हाजीपुर की काजल कुमारी दूसरे स्थान पर रही जिन्हें डाक से सर्टिफिकेट भेजा जाएगा।अन्त में छात्रा समाधि वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन कर आभार व्यक्त किया।
(Udaipur Kiran) / अजय कुमार