– महाकुम्भ के पहले 39 ट्रैफिक जंक्शन का हो रहा निर्माण
– स्वचालित मोड पर कार्य करने वाले ट्रैफिक जंक्शन सुगम यातायात एवं खूबसूरती का होंगे संगम
– 50 करोड़ की लागत से हो रहा है ट्रैफिक जंक्शन का निर्माण
प्रयागराज, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । संगमनगरी में दिव्य, भव्य और सुव्यवस्थित महाकुम्भ के आयोजन के लिए योगी सरकार द्वारा की जा रही तैयारियां तेजी से हो रही हैं। सरकार महाकुम्भ पहुंचने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के अनुभव स्मरणीय बनाने के लिए कई अभिनव प्रयास कर रही है। सड़क यातायात सुगम बनाना इसी का एक हिस्सा है। जिसे लेकर एक बड़ा प्रोजेक्ट कुम्भनगरी में धरातल पर उतारा जा रहा है।
39 ट्रैफिक जंक्शन का हो रहा निर्माण
सड़क मार्ग से प्रयागराज की पहुंच को सरल बनाने के साथ-साथ शहर में यातायात व्यवस्था को नया स्वरूप देने के लिए पहली बार शहर में 39 ट्रैफिक जंक्शन का निर्माण किया जा रहा है। अपर कुम्भ मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी बताते हैं कि महाकुम्भ के पूर्व शहर में यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित स्वरूप देने के लिए 39 ट्रैफिक जंक्शन बनाए जा रहे हैं। तकरीबन 50 करोड़ के बजट से इनका निर्माण हो रहा है। इसके टेंडर जारी हो चुके हैं।
महाकुम्भ के आगंतुकों के लिए ये सुगम यातायात और सौंदर्यीकरण का माध्यम बनेंगे। ट्रैफिक जंक्शन के निर्माण के पूर्व एक एजेंसी के माध्यम से उन चौराहों का सर्वे भी कराया गया है जहां आवागमन में ट्रैफिक की समस्या ज्यादा रहती है। इसके बाद इन जंक्शन का डिजाइन बनाया गया है।
सुगम यातायात और खूबसूरत लुक का फ्यूजन होंगे जंक्शन
शहर में यातायात व्यवस्था को स्मार्ट बनाने के लिए पहली बार बनाए जा रहे ये ट्रैफिक जंक्शन बहु उपयोगी होंगे। इन्हें उस आकार में डिजाइन किया गया है कि ये ट्रैफिक को अच्छी तरह से व्यवस्थित कर सकें। अपर कुम्भ मेला अधिकारी के मुताबिक इसके लिए ट्रैफिक जंक्शन में आइलैंड तैयार किए जा रहे हैं। उसी के मुताबिक इनका आकार छोटा या बड़ा किया जायेगा। जंक्शन में स्मार्ट सिग्नल ट्रैफिक व्यवस्था होगी जो पूरी तरह स्वचालित होगी।
जंक्शन को खूबसूरत लुक देने के लिए शेष बचे स्थान में स्कल्पचर और आकर्षक लाइट्स भी लगाई जाएंगी। जंक्शन के अंदर ही हरित पट्टिका भी बनेगी जिसमें छोटे आकार के सजावटी पौधे रोपित किए जाएंगे। ये ट्रैफिक जंक्शन कुम्भ के स्नान पर्वों में आने वाली भीड़ के प्रबंधन में उपयोगी होंगे। कुम्भ के समापन के बाद भी शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने में इनकी उपयोगिता बनी रहेगी।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र