कोलकाता, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।
उत्तर 24 परगना में एक महिला की हत्या का मामला सामने आया है। आरोप है कि महिला ने अपने साथ हुए दुष्कर्म की वारदात को लेकर स्थानीय पंचायत में समझौता करने के बजाय पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिससे नाराज होकर ससुरालवालों और कोलकाता पुलिस के एक कर्मी ने मिलकर कथित तौर पर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में पीड़िता के पति, आरोपित पुलिसकर्मी और उसकी पत्नी, जो तृणमूल कांग्रेस की पंचायत सदस्य हैं, को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, नौ सितंबर को पीड़िता ने कोलकाता पुलिस के एक चालक के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज करवाई थी। पीड़िता ने बताया कि वह पिछले छह महीनों से आरोपित के घर में किराए पर रह रही थी और दोनों के बीच पारिवारिक संबंध भी थे। महिला का आरोप है कि पांच सितंबर की रात आरोपित पुलिसकर्मी ने उसके कमरे में घुसकर उसके साथ बलात्कार किया। उस समय वह अपनी बेटी के साथ सो रही थी। आरोपित ने महिला का मुंह दबाकर उसे दूसरे कमरे में ले जाकर बलात्कार किया और बाद में उसे जान से मारने की धमकी भी दी।
महिला पर पंचायत में समझौता करने का दबाव बनाया गया था, लेकिन उसने समझौता करने के बजाय पुलिस के पास शिकायत की। इसके बाद आरोपित पुलिसकर्मी फरार हो गया था। कुछ समय बाद महिला अपने ससुराल वापस लौट गई थी, लेकिन रविवार ी रात वह ससुराल के दूसरे माले पर फांसी के फंदे से लटकी पाई गई।
पुलिस जब वह घटनास्थल पर पहुंची तो ससुरालवाले महिला का शव उतार चुके थे। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए बारासात मेडिकल कॉलेज भेज दिया।
मृतका के भाई ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उसकी बहन की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई। भाई का कहना है कि शादी के बाद से ही उसकी बहन को ससुराल में शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा, जिससे तंग आकर वह किराए के घर में रहने लगी थी। भाई ने आरोप लगाया कि बलात्कार की घटना को दबाने के लिए आरोपित पुलिसकर्मी, उसकी पंचायत सदस्य पत्नी और ससुरालवालों ने मिलकर हत्या की साजिश रची।
पुलिस की गिरफ्त में आई पंचायत सदस्य ने दावा किया कि उसका पति इस मामले में दोषी नहीं है। उसका कहना है कि महिला के साथ किसी और युवक ने बलात्कार किया था और हत्या के आरोप भी बेबुनियाद हैं।
तृणमूल नेता बापी मजूमदार ने इस मामले पर सोमवार को कहा, पार्टी किसी भी अवैध गतिविधि का समर्थन नहीं करती है। यदि पंचायत सदस्य दोषी पाई जाती हैं, तो पुलिस कानून के अनुसार कार्रवाई करे। पार्टी इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद महिला की मौत के असली कारणों का पता चलेगा।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर