Uttrakhand

नैनीताल के विद्यालय में 12वीं के छात्रों ने की 10वीं के छात्र की पिटाई, अभियोग दर्ज

नैनीताल, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । शिक्षा नगरी के रूप में विख्यात रही सरोवरनगरी में अब विद्यालयों में अनुशासन लगातार गिरता जा रहा है। इसकी परिणति विद्यार्थियों के बीच मारपीट के रूप में देखने को मिल रही है। ऐसी ही एक घटना नगर के राजभवन के पास स्थित विद्यालय में सामने आयी है। यहां एक राजकीय विद्यालय के शिक्षक के 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र के साथ 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों ने जमकर पिटाई की है। इस मामले में पीड़ित के पिता की शिकायत पर पुलिस ने अभियोग दर्ज कर लिया है। इसके बाद भी पीड़ित बच्चे को धमकी दी जा रही है।

पुलिस व संबंधितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पहली घटना बीती 9 अक्टूबर की है। आरोपों के अनुसार इस दिन सुबह के ब्रेक के दौरान 12वीं कक्षा के कई बच्चों ने 10वीं कक्षा के एक बच्चे को कॉरीडोर में लात-घूंसों से जमकर पीटा। बताया गया है कि इस दौरान मौके पर 40-50 बच्चों का मजमा लगा रहा, लेकिन किसी ने पिट रहे बच्चे को नहीं बचाया। आखिर कुछ शिक्षकों ने बुरी तरह पिटे बच्चे को प्रधानाचार्य के कार्यालय में बैठाया और 10.35 बजे बच्चे के पिता को सामान्य अंदाज में जानकारी दी कि उनके बच्चे का अन्य बच्चों से विवाद हो गया है। यह नहीं बताया कि वह इतनी बुरी तरह से पिटा है। पुलिस को भी सूचना नहीं दी गयी। इसके बाद बच्चे को कक्षा में भेज दिया गया। जहां आरोपों के अनुसार एक अधिवक्ता के पुत्र ने पुनः पीड़ित बच्चे की कक्षा के भीतर पिटाई की। पीड़ित के पिता ने बच्चे का मेडिकल कराया और थाना तल्लीताल में इसकी औपचारिक शिकायत की।

तल्लीताल के थाना प्रभारी रमेश बोहरा ने बताया कि इस मामले में नाबालिग आरोपितों के विरुद्ध मारपीट की धाराओं में अभियोग दर्ज कर लिया है। साथ ही कई संबंधित शिक्षकों सहित विद्यालय प्रशासन के चार लोगों और आरोपित छात्रों के परिजनों को थाने में काउंसिलिंग के लिये बुलाया गया है।

वहीं, पीड़ित के पिता ने बताया कि बच्चे के पेट एवं कान के पीछे सिर की चोटों में काफी दर्द है। उन्होंने यह भी बताया कि शनिवार को विजयादशमी के अवसर पर रावण के पुतला दहन के दौरान भी आरोपित छात्र पीड़ित बच्चे की वीडियोग्राफी कर उसे धमका रहे थे। इस प्रकार उनके बेटे पर आरोपितों की ओर से खतरा बना हुआ है। वह इसकी भी पुनः शिकायत करने जा रहे हैं।

उन्होंने विद्यालय प्रशासन पर उनके साथ भी अभद्रता करने, उन्हें घटना की सही जानकारी न देने और आरोपित बच्चों से पिटाई का कारण जानने नहीं देने का भी आरोप लगाया और बताया कि उन्होंने बच्चे के साथ पिटाई की वीडियो फुटेज भी ले ली है। साथ ही उन्होंने मामले की शिकायत बाल अधिकार आयोग एवं चाइल्ड हेल्प लाइन आदि में भी करने और मामले में न्याय पाने के लिये हर स्तर तक जाने की बात भी कही है।

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(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

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