जयपुर, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) सब इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 पेपर लीक मामले में नित नए खुलासे कर रही है। जहां एक पूर्व विधायक का भतीजे बीस लाख रुपये में पेपर खरीदकर उसके माध्यम से एसआई बना है।
एसओजी एडीजी वीके सिंह ने बताया कि तीन ट्रेनी एसआई ने हरियाणा की गैंग से बीस-बीस और चालीस लाख रुपये में पेपर खरीदा था। इनमें अलवर के किशनगढ़बास के पूर्व विधायक रामहेत यादव का भतीजा नीरज यादव निवासी राजदोकी (अलवर) , रेणू कुमारी चौहान निवासी कोलिला (अलवर), मोनिका जाट निवासी नूनिया गोठड़ा (झुंझुनूं) और सुरजीत सिंह यादव निवासी हरदास का बाग, अजीतगढ़ (नीमकाथाना) शामिल है। पूछताछ के दौरान मोनिका ने कबूला कि एक परिचित से चालीस लाख रुपये देकर हरियाणा की गैंग से पेपर खरीदा था। सुरजीत और नीरज ने भी बीस-बीस लाख रुपये देकर एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर खरीदा था। एसओजी अब यह जांच कर रही है कि पेपर लीक में यूनिक भांभू का हाथ है या हरियाणा की गैंग ने खुद इसे लीक करवाया। आरोपित नीरज अलवर के किशनगढ़बास के पूर्व विधायक रामहेत यादव का भतीजा है। वहीं, गिरफ्तार की गई रेणू 2006 बैच की कॉन्स्टेबल है, जो जयपुर कमिश्नरेट में नियुक्त थी। एसआई भर्ती 2021 में रेणू का अजमेर के सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एग्जाम सेंटर आया था। उसने पेपर नहीं खरीदा था, लेकिन नकल करके एग्जाम पास किया था।
एसओजी की टीम हरियाणा सहित विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। आरोपिताें के पकड़े जाने के बाद ही पता चल सकेगा कि गैंग ने कहां-कहां और किस-किसको पेपर बेचे हैं। एसओजी की पूछताछ में गिरफ्तार ट्रेनी एसआई से कई खुलासे होने की संभावना है।
एसआई भर्ती 2021 में पेपर लीक के मामले में एसओजी अब तक 50 ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी भी कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर चल रहे हैं। एसओजी ने इसी साल अप्रैल में पहली बार इस एग्जाम से जुड़े ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी की थी।
—————
(Udaipur Kiran)