CRIME

हर्बल सीड्स खरीदने के नाम पर साइबर ठगी करने वाले दो नाईजीरियन गिरफ़्तार

हर्बल सीड्स खरीदने के नाम पर साइबर ठगी करने वाले दो नाईजीरियन गिरफ़्तार

जयपुर, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए हर्बल सीड्स खरीदने के नाम पर साइबर ठगी करने वाले दो नाईजीरियन को गिरफ़्तार किया है। गिरफ्तार ठगों में एक महिला भी शामिल है। आरोपितों ने एक व्यक्ति को सीड्स की विदेशों में महंगी खरीद और मोटे मुनाफे का झांसा देकर 32 लाख 35 हजार रुपये की ठगी की थी। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने पश्चिम बंगाल,यूपी, बिहार,राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना,गुजरात और हरियाणा में ठगी करना कबूला है। जानकारी के अनुसार ठगों की गिरफ़्तारी मुंबई और दिल्ली से हुई है।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस एवं एसओजी वीके सिंह ने बताया कि हर्बल बीज खरीदने के नाम पर साइबर धोखाधड़ी करने वाले नाईजीरियन मुम्बई उडूचुकु चार्ल्स और उसकी सहयोगी जॉय दोनकॉर घाना को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपितों से बरामद इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के आधार पर भारत देश के अन्य राज्यों में भी जैसे पश्चिम बंगाल,उत्तर प्रदेश, बिहार,राजस्थान,कर्नाटक , तेलगाना,गुजरात,हरियाणा व अन्य दर्जनों व्यक्तियों के साथ धोखाधड़ी की है। जिनसे संपर्क किया जा रहा है।

गौरतलब है कि पीड़ित नवीन कुमार की मार्च 2018 में सोशल मीडिया डेटिंग ऐप पर यूके निवासी एलीन मोरा मुलाकात हुई तथा बिजनेस करने के बारे में बताया। एलीन मोरा ने कहा कि वह यूके में इंटर हर्बल फार्मास्यूटिकल कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। वर्ष 2016 से उनकी कम्पनी भारत से हर्बल सीड्स की खरीद करती है। भारत देश में कार्यरत उनकी मैनेजर का प्रमोशन होने के कारण उसके स्थान पर डॉ. लुकास एलविस कार्य देख रहे है। यह बीज विदेशों में बहुत महंगा बिकता है तथा भारत में बहुत सस्ता मिलता है। इस सीड्स के पैकेट का भार 50 ग्राम होता है व भारत में इसकी कीमत 40 हजार हजार रुपये है तथा उनकी कम्पनी 1 लाख 20 हजार रुपये में खरीदती है। इस प्रकार परिवादी को अच्छे मुनाफे का लालच देकर आरोपियों द्वारा विभिन्न बैंक खातो में राशि 32 लाख 35 हजार 200 रूपये जमा करवाकर धोखाधड़ी कर ली। इस संबंध में पीड़ित ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन एसओजी राजस्थान जयपुर में मामला दर्ज करवाया। जहां एसओजी ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल करते हुए आरोपियों को चिन्हित किया और फिर उनकी गिरफ्तारी की।

—————

(Udaipur Kiran)

Most Popular

To Top