जींद, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा नेे गुरुवार को स्थानीय लघु सचिवालय परिसर से पराली प्रबंधन के जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। जागरूकता वाहन के माध्यम से कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा जिला के प्रत्येक गांवों में किसानों को पराली नहीं जलाने के बारे में जागरूक किया जाएगा। यह जागरूकता वैन 10 अक्तूबर से आगामी 30 नवम्बर तक जिला के प्रत्येक गांव में जाकर गीतों एवं नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से किसानों को जागरूक करेगी।
उपायुक्त ने जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए कहा कि इस जागरूकता वैन में कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारी गांव में नुक्कड़ सभाओं का आयोजन कर लोगों को पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभाव के परिणामों को लेकर जागरूक करें। सरकार के निर्देशानुसार कृषि विभाग पराली प्रबंधन के लिए किसानों को प्रोत्साहन राशि भी दे रहा है। पराली प्रबंधन के लिए अनुदान पर कृषि यंत्र भी दिए जा रहे हैं। ऐसे में किसान धान की पराली या फसल अवशेष जलाने की बजाय कृषि यंत्रों के माध्यम से खेत की मिट्टी में मिलाए ताकि मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बनी रहे।
उन्होंने बताया कि जिले में पराली जलाने पर पूर्णरूप से अंकुश लगाने के लिए ग्राम स्तर से जिला स्तर तक की कमेटियों का गठन किया गया है। जिसमें राजस्व विभाग, कृषि विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आदि के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने खंड एवं ग्राम स्तर की निगरानी कमेटियों को निर्देश दिए कि वे गांव में किसानों को पराली नहीं जलाने के बारे में जागरूक करें। इसके अलावा यदि कोई भी पराली जलाता है तो उसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें। पराली जलाने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इस मौके पर कृषि एवं कल्याण विभाग के उपनिदेशक गिरीश नागपाल, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अलका श्रीवास्तव, क्यूसीआई जींद नरेंद्र पाल, एसडीओ नरवाना बलजीत लाठर, एसडीओ सफीदों सुशील गुप्ताच सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी ईश्वर दत्त एवं संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
—————
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा