Haryana

जींद:पेयजल किल्लत से परेशान ग्रामीणों ने लगाया जाम

नगूरां-उचाना मार्ग पर बधाना गांव में अवरोधक डालकर जाम लगाते ग्रामीण।

जींद , 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पेयजल की मांग को लेकर बधाना गांवों के लोगों ने गुरुवार काे नगूरां-उचाना मार्ग पर गांव के बस स्टैंड पर अवरोधक डालकर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही उचाना विधानसभा भाजपा की संयोजक एवं महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नीरज गोस्वामी ने मौके पर पहुंचकर जलापूर्ति विभाग के जेई रोहित से फोन पर बात कर शाम तक पीने के पानी की समस्या का हल करवाने के निर्देश देकर करीब एक घंटे से लगे जाम को खुलवा दिया। जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई।

जिससे राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पानी की मांग कर रहे पुरूषों तथा महिलाओं ने जाम के दौरान सरकार एवं जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी कर रहे पुरूषों तथा महिलाओं ने बताया कि सरकार ने बधाना गांव में सुधारीकरण के नाम पर करोड़ों रूपये का बजट जारी किया था लेकिन जलापूर्ति विभाग के उच्चाधिकारियों ने ठेकेदार से मिलीभगत कर बजट को सही ढंग से लगाने की बजाए पूरे बजट में ही घालमेल कर दिया।

करोड़ों रूपये खर्च होने के बाद भी अभी तक गांव के लोगों को नहरी पानी की एक भी बूंद नसीब नहीं हुई है। यही नहीं जलघर स्थित सबमर्सीबल में घटिया क्वालिटी की मोटर डालने के अलावा गांव के अन्य बोर में भी कम होर्स पावर की मोटर डालने के कारण दोनों मोटर बार-बार जल रही है। जिसके कारण गांव के लोगों को दोनों बोरों से महिने में केवल मात्र तीन से चार दिन ही पीने का पानी नसीब होता है।

ग्रामीणों ने बताया कि नहरी पानी के लिए जरूरी सामान को ही कर्मचारियों ने अधिकारियों की मिलीभगत के चलते बेच खाया। नहरी पानी के लिए लगाए उपकरण ही जलघर से गायब हैं। ऐसे में गांवों के लोगों को नहरी पानी उपलब्ध होने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों महिलाओं ने जलापूर्ति विभाग के उच्चाधिकारियों से नहरी पानी के लिए सभी जरूरी उपकरण जल्द उपलब्ध करवा नहरी पानी देने के अलावा दोनों मोटरों को जल्द बदलवाने की मांग की है।

जलापूर्ति विभाग के एसडीओ रणबीर सिंह ने बताया कि जलघर स्थित बोर में आज शाम तक मोटर डलवा दी जाएगी, जबकि गांव के अन्य बोर में फिलहाल उसी मोटर से काम चलाया जाएगा। गांव के जलघर से नहरी पानी को लेकर जरूरी सामान के लिए एस्टीमेट बनाकर पंचकूला स्थित निदेशालय को भेज दिया है। एस्टीमेट के पास होते ही जलघर में उपकरण लगवा नहरी पानी की सप्लाई चालू कर दी जाएगी। इसके लिए गांव में स्वयं मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया जाएगा।

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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा

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