जयपुर, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । एसओजी ने एसआई भर्ती परीक्षा-2021 पेपर लीक मामले में 5 ट्रेनी एसआई हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एसओजी की टीम बुधवार को भी राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) पहुंची और 5 ट्रेनी एसआई को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी संभव है। मामले में अब तक 45 ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी हो चुकी है।
गौरतलब है कि दो दिन पहले रविवार को एसओजी ने आरपीए में ट्रेनिंग कर रहे दो ट्रेनी एसआई सगे भाई-बहन दिनेश (27) और प्रियंका (28) को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ में पता चला कि पेपर लीक से जुड़े और भी ट्रेनी एसआई ट्रेनिंग ले रहे हैं। पूछताछ में मिली जानकारी के बाद एसओजी ने जांच शुरू की। पांच लोगों का नाम सामने आने के बाद एसओजी ने उसके खिलाफ जुटाए। बुधवार सुबह 8 बजे एसओजी की टीम ट्रेनिंग सेंटर पहुंची, जहां से 5 ट्रेनी एसआई को हिरासत में लेकर एसओजी मुख्यालय लाया गया है।
पेपर लीक केस में पकड़े गए दिनेश और प्रियंका के मामले में कई खुलासे हो चुके हैं। दिनेश और प्रियंका के पिता भागीरथ विश्नोई की मुलाकात साल 2021 में जोधपुर जेल में भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण और ओमप्रकाश फौजी से हुई थी। भागीरथ विश्नोई एनडीपीएस के एक केस में जेल गया हुआ था। इस दौरान गोपाल सारण ने भागीरथ विश्नोई को उसके बेटे-बेटी के लिए एसआई भर्ती का पेपर दिलाने की बात कही थी। अफीम तस्कर भागीरथ विश्नोई ने गोपाल सारण को एसआई भर्ती पेपर के लिए 15 लाख रुपए दिए थे। गोपाल सारण ने अपने भाई भूपेंद्र सारण से पेपर लेकर परीक्षा से पहले जयपुर के हीरा पुरा में प्रियंका को दिया था। दूसरी शिफ्ट का पेपर दिनेश के मोबाइल पर भेजा। एसओजी की जांच में पुष्टि होने के बाद एसओजी ने भागीरथ की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर दबिश दी, लेकिन वह अभी फरार चल रहा हैं।
सेमिनार हॉल में थे पांचों, एसओजी को देख पसीने छूटने लगे
एसओजी एएसपी रामसिंह ने बताया कि दिनेश और प्रियंका से इनपुट मिलने के बाद टीम ट्रेनिंग सेंटर पहुंची। जिन पांच ट्रेनी एसआई के नाम सामने आए थे, वे पांचों सेमिनार हॉल में थे। इन्हें हॉल से बाहर बुलाया गया। जैसे ही उनको पता चला कि एसओजी की टीम पूछताछ के लिए आई है तो इनके पसीने छूटने लगे। इसके बाद इनसे हॉल के बाहर ही पूछताछ की गई और फिर इन्हें साथ लेकर एसओजी मुख्यालय आ गई। उन्होंने बताया कि अभी पांचों हिरासत में है और कभी भी इनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
अब तक 45 ट्रेनी एसआई हो चुके हैं गिरफ्तार
एसआई भर्ती 2021 में पेपर लीक के मामले में एसओजी अब तक 45 चयनित ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी भी कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर चल रहे हैं। एसओजी ने इसी साल अप्रैल में पहली बार इस एग्जाम से जुड़े ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी की थी। वहीं एसआई भर्ती 2021 धांधली मामले में डमी अभ्यर्थी बनकर बैठने वाली वर्षा बिश्नोई को सोमवार सुबह जोधपुर रेंज की टीम ने कोटा से गिरफ्तार किया था। जो काफी समय से स्टूडेंट बनकर फरारी काट रही थी। अब एसओज वांटेड वर्षा बिश्नोई से पूछताछ करेगी। वर्षा जालोर के सांचौर के सरनाऊ गांव की रहने वाली है।
इनकी गिरफ्तारी से उठा कुछ और आरोपियों के नाम से पर्दा
भूपेंद्र सारण साल 2011 में जीएनएम भर्ती पेपर आउट प्रकरण और वर्ष 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था। वह फिलहाल जेल में है। एटीएस एसओजी ने सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में भूपेंद्र सारण को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। वहीं एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका, उसके बेटे देवेश राईका और बेटी शोभा राईका की भी गिरफ्तारी हुई है। रामूराम राईका ने अपने बेटे-बेटी के लिए एसआई परीक्षा से 6 दिन पहले ही पेपर की व्यवस्था कर दी थी। रामूराम जानता था कि बेटे-बेटी पेपर को भी एक-दो दिन में पढ़कर पास नहीं कर सकते। इसलिए छह दिन तक दोनों बच्चों को पेपर की तैयारी कराई गई। राईका ने पूछताछ में बताया था कि उसे पेपर तत्कालीन आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा से मिला था। इसके बाद निलंबित मेंबर कटारा को भी जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया गया। जब देवेश और शोभा से एसओजी ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया था कि ट्रेनिंग सेंटर में और भी एसआई हैं, जो पेपर लीक से जुड़े हैं। इसके बाद दिनेश और प्रियंका की गिरफ्तारी हुई थी।
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(Udaipur Kiran)