भागलपुर, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सामाजिक सांस्कृतिक संस्था जनप्रिय भागलपुर ने मंगलवार को भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 45वीं पुण्यतिथि परबत्ती स्थित कार्यालय में मनाई गई।
इस अवसर पर जनप्रिय के साथियों ने लोकनायक जयप्रकाश के तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया। संस्था के निदेशक गौतम कुमार ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण अकेले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने अंग्रेजी हुक्म से लेकर आजाद भारत में सत्ता से उपजे भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अशिक्षा के खिलाफ देश के आंदोलन में सक्रिय रूप से अपनी भागीदारी निभाई। महात्मा गांधी के मानव समाज के विकास के लिए सर्वोदय के दर्शन को जयप्रकाश नारायण ने भारत की स्वतंत्रता के बाद सामाजिक पुनर्निर्माण के लिए सर्वोदय दर्शन को स्वीकार कर उन्हें सामाजिक पटल पर उतारने का काम किया।
जनप्रिय कला सांस्कृतिक मंच के संयोजक इकराम हुसैन शाद ने कहा कि जयप्रकाश नारायण के विचारों में समग्र क्रांति का बहुत महत्व है। समग्र क्रांति यानी समानता, समर्थन और समरसता का सपना। जनप्रिय महिला स्वावलंबन समिति की संयोजिका रेखा कुमारी ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति में सात क्रांतियां शामिल हैं। राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, शैक्षणिक और आध्यात्मिक इन सातों क्रांतियां को मिलाकर संपूर्ण क्रांति होती है। इसलिए बिहार के छात्र आंदोलन दौरान उन्होंने सम्पूर्ण क्रांति का नारा का आह्वान किया था।
(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर