कोलकाता, 08 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी की बेटी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक रैली से दो युवतियों को गिरफ्तार किया था। इन युवतियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद उनके साथ अत्यधिक क्रूरता दिखाई और बुरी तरह पिटाई की। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ युवतियों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया है।
मंगलवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज ने कहा, “पुलिस का यह व्यवहार अस्वीकार्य है। जिस तरह से हिरासत में मारपीट का आरोप लगाया गया है, उससे यह स्पष्ट है कि अब इस मामले में पुलिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। इसलिए इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जा रही है।”
न्यायालय ने सीबीआई को तुरंत जांच शुरू करने का आदेश दिया है और 15 नवंबर तक अदालत में प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
यह घटना उस समय सामने आई जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की घटना के विरोध में आयोजित एक रैली से अभिषेक बनर्जी की नाबालिग बेटी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। एक महिला ने डायमंड हार्बर थाने में दो युवतियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद सात सितंबर को पुलिस ने उन्हें निमता से गिरफ्तार किया।
अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई इस मामले की जांच करेगी, और न्यायालय द्वारा तय समयसीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर