-मंत्री रेखा आर्य ने प्रथम मॉडल क्रेच पालना का किया शुभारंभ
हरिद्वार, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने सोमवार को बीएचईएल हरिद्वार की लेबर कॉलोनी में प्रदेश के प्रथम आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र पालना का उद्घाटन किया। इस मौके पर मंत्री ने कहा क कहा पालना की मॉनिटरिंग सीधा भारत सरकार कर रही है जिससे यह प्रमाणित होता है कि प्रधानमंत्री मोदी देश के अंतिम व्यक्ति को मजबूत करने का काम कर रहे हैं।
भारत सरकार की की ओर से संचालित मिशन शक्ति सामर्थ्य योजना के तहत उत्तराखंड को प्रथम चरण में 34 आंगनबाड़ी कम क्रेच केंद्र की स्वीकृति प्राप्त हुई है। जिसके तहत आज महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने उत्तराखंड के प्रथम आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र पालना का उद्घाटन किया। इसके उपरांत मंत्री ने पालना के बच्चों को पोषण युक्त भोजन भी परोसा साथ ही आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र पालना में दी जा रही सुविधाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली।
मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी सोच का नतीजा है कि आज कामकाजी महिलाओं को बिना किसी परेशानियों का सामना किये बगैर अपने 06 माह से 06 वर्ष तक के बच्चों को आंगनवाड़ी सह क्रेच केंद्र पालना में छोड़कर अपना कार्य कर सकते हैं।
मंत्री ने कहा पालना की मॉनिटरिंग सीधा भारत सरकार कर रही है जिससे यह प्रमाणित होता है कि प्रधानमंत्री मोदी देश के अंतिम व्यक्ति को मजबूत करने का काम कर रहे हैं और जो सुविधा एक समर्थ परिवार के बच्चे को बचपन में मिलती है वही सुविधा मजदूरी करने वाले मजदूर के बच्चों को भी मिलेगी।
रेखा आर्य ने कहा पालना में कामकाजी महिलाएं अपने 06 माह से 06 वर्ष तक के बच्चों को सुबह 08 बजे से लेकर 05 तक छोड़ सकते हैं जहां बच्चों को 03 समय पौष्टिक भोजन , खेलने के लिये खिलौने समेत सभी सुविधाएं मिलेंगी, इसके साथ ही हमारा कुपोषण मुक्त भारत का सपना भी पूरा होगा और कुपोषण से लड़ाई लड़ने में यह कारगर कदम साबित होगा।
उन्होंने कहा पालना मुख्य तौर पर औद्योगिक क्षेत्रों में कामकाजी महिलाओं की सहूलियत की दृष्टि से स्थापित किए गए हैं और निकट भविष्य में पहाड़ी जनपदों मे भी स्थापित किए जाएंगे।
कार्यक्रम में भारत सरकार के संयुक्त सचिव डॉ. प्रीतम बी. यशवंत वीर, स्थानीय विधायक आदेश चौहान, निदेशक प्रशांत आर्य, सी.पी.ओ मोहित चौधरी और महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी समेत आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां मौजूद थी।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला