छतरपुर, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्र सेविका समिति छतरपुर द्वारा अपने स्थापना दिवस विजयादशमी के उपलक्ष्य में पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में प्रांत सह प्रचार प्रमुख सुश्री शैलजा, मुख्य अतिथि डॉक्टर भावना अवस्थी व जिला कार्यवाहिका नीमा दीदी की उपस्थिति रही । नगर पालिका परिषद परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुश्री शैलजा ने बताया कि स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि भारत की प्राणशक्ति कभी भी आक्रांता नहीं हुई। अनेकों आक्रमण झेलने वाला यहां का समाज अज्ञानता के अंधकार में डूबा परंतु उसका राष्ट्रीय ध्येय जीवित रहा।
उन्होंने बताया कि वंदेमातरम् केवल राष्ट्रगीत नहीं बल्कि स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाली चिंगारी है जिसने भारत मां को परातंत्र की बेडियों से मुक्त कराने के लिए प्रतिकूल परिस्थिति में युवाओं के हृदय में देशभक्ति की अलख जगा दी। वंदेमातरम तुमि धर्म तुमि हृदि तुमि मर्म। अर्थात् हे भारत मां तुम स्वयं धर्म हो। संपूर्ण पृथ्वी को धारण करने वाली हो। नैतिकता कर्तव्यबोध,विवेक आदि जीवनमूल्य इस भूमि का धर्म हो। मेरे शरीर में हृदय का जो स्थान है वही स्थान मेरे जीवन में तुम्हारा है। मेरे जीवन का मर्म तुम्हीं हो। ऐसे विचार उस समय आम जन के हृदय में जागृत करने में वंदेमातरम् गीत ने अहम भूमिका निभाई। यह राष्ट्र सेविका के कर्तृत्व की आदर्श भारत की अद्वितीय वीरांगना पुण्यश्लोका अहिल्यादेवी का त्रिशताब्दी वर्ष है। जब हम राष्ट्र और समाज निर्माण की बात करते हैं तो उनकी महत्वपूर्ण भूमिका हमें देखने को मिलती है।
(Udaipur Kiran) / सौरव भटनागर