कहा: एक वर्ष के अंदर में बारह ज्योतिर्लिंग के दर्शन पूर्ण करने की करेंगे कोशिश
अनूपपुर, 5 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मां नर्मदा की उद्गम स्थली एवं पवित्र नगरी अमरकंटक में पहुंचे छत्तीसगढ़ के सरगुजा निवासी प्रवीण यादव और विश्रामपुर निवासी नुंदनेश्वर यादव दोनो भाई आपस में मामा बुआ के परिवारिक भाई है। 4 अक्टूबर को अमरकंटक पहुंच कर मां नर्मदा के दर्शन और पूजन किया और कुछ स्थलो का भ्रमण करने के बाद रात्रि विश्राम बाद 5 अक्टूबर को यहां ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन हेतु प्रस्थान किया।
जानकारी अनुसार छत्तीसगढ़ के सरगुजा निवासी प्रवीण यादव और विश्रामपुर निवासी नुंदनेश्वर यादव दोनो भाई आपस में मामा बुआ के परिवारिक भाई है। पिछले दो सायकिल से बारह ज्योतिर्लिंग दर्शन की सोच रहें थे जिसे पूरा करने के लिए अपने घर से 7 दिवस पूर्व निकले और शुक्रवार को मां नर्मदा की उद्गम स्थली एवं पवित्र नगरी अमरकंटक पहुंचे जहां दोनो भाईयों ने मां नर्मदा के दर्शन और पूजन कर कुछ स्थलो का भ्रमण करने के बाद रात्रि विश्राम बाद 5 अक्टूबर को यहां ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए यात्रा पर निकल गए।
बातचीत के दौरान दोनो भाईयों ने बताया कि सोशल मीडिया में देखा था कि काफी युवा साइकिल से भारत भ्रमण करते हैं और विभिन्न स्थलों में घूमते हैं। इन्हीं सब की प्रेरणा लेते हुए हमने भी सोचा कि साइकिल यात्रा करते हुए बारह ज्योतिर्लिंग के दर्शन का मन में संकल्प लिया और दोनो भाईयो एक साथ चलते हुए अपनी यात्रा सात दिवस पूर्व अपने क्षेत्र से प्रारंभ की है। इनमे से एक ने बताया कि वह पहले नौकरी करते थे बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और भाई के साथ बारह ज्योतिर्लिंग के दर्शन हेतु निकल आए। एक वर्ष के अंदर में यह बारह ज्योतिर्लिंग के दर्शन पूर्ण करने की कोशिश करेंगे। दोनो अपने यात्रा के छठवें दिन 4 अक्टूबर को अमरकंटक पहुंचे। उन्होंने बताया कि इनका पहला ज्योतिर्लिंग दर्शन ओंकारेश्वर है। जहां यह पहले दर्शन करेंगे इसके बाद और अन्य जगह पहुंचकर दर्शन करते हुए आगे बढ़ते जाएंगे।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला