कोलकाता, 5 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन ने शनिवार शाम को एक नया मोड़ ले लिया जब पुलिस पर उनके मंच तैयार करने में बाधा डालने का आरोप लगा है। धरना दे रहे डॉक्टरों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वह मंच निर्माण के लिए आवश्यक बांस की आपूर्ति को रोक रही है, जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच कहासुनी भी हुई।
जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार रात को सरकार के समक्ष अपनी 10 सूत्री मांगें रखते हुए 24 घंटे का समय दिया था। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि अगर उनकी मांगें समय सीमा के भीतर पूरी नहीं की जाती हैं, तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे। अब जब ये समय सीमा समाप्त हो गया है, धरना स्थल पर भीड़ बढ़ती जा रही है।
पुलिस की नजरबंदी और अनुमति विवाद
धरना स्थल पर पुलिस प्रशासन की कड़ी निगरानी देखी जा रही है। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना पर नजर रखी जा सके। हालांकि, पुलिस ने जूनियर डॉक्टरों को धरना करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। कोलकाता पुलिस ने शनिवार सुबह जूनियर डॉक्टरों को भेजे गए एक ईमेल में स्पष्ट कर दिया कि पंडालों और भीड़ के चलते, पूजा से पहले इस समय में धर्मतला क्षेत्र में धरना आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है, क्योंकि इससे आम जनजीवन बाधित होगा और यातायात नियंत्रण में समस्या हो सकती है।
जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार रात 8:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार को स्पष्ट चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगें 24 घंटे के भीतर पूरी नहीं की गईं, तो वे आमरण अनशन करेंगे। धरना स्थल पर एक घड़ी लगाई गई है जो समय की गिनती कर रही है। डॉक्टरों ने कहा कि उनके हर पल का हिसाब रखा जाएगा और वे अपनी जान की बाजी लगाकर इस आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे।
धरना स्थल पर पुलिस और डॉक्टरों के बीच तनाव जारी है। बीच में कुछ देर के लिए पुलिस अधिकारियों और डॉक्टरों के बीच विवाद और बहस भी देखने को मिली है। डॉक्टर धरना देने और मंच बनाने पर अड़े हुए हैं, जबकि पुलिस रोक रही है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर